-राह चलती महिलाओं को अपनी बातों में उलझा कर देते थे ठगी को अंजाम
-ऋषिकेश की सास-बहु से ठगी गई ज्वेलरी और नगदी हुई बरामद
ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश में 2 फरवरी को एक धार्मिक अनुष्ठान से घर लौट रही सास और बहु को 10 लाख रूपये का लालच देकर सोने के गहने ठगने वाले तीन शातिर ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हत्थे चढ़े आरोपियों ने खुद को आपस में रिश्तेदार बताया है।
ठगी की घटना का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि सुभाष चौक निवासी आभा सिंघल और बहु रिया सिंघल के साथ गंगानगर एक धार्मिक अनुष्ठान से वापस घर लौट रही थी। इसी बीच हरिद्वार रोड स्थित पुरानी चुंगी के पास राह चलते पता पूछने के नाम पर एक शातिर ठगों ने उन्हें बातों में उलझाया। रुमाल में बंधे 10 रुपये की गड्डी का लालच देकर उनके किमती आभूषण लेकर नौ दो ग्यारह हो गए। छानबीन में जुटी पुलिस ने आरोपियों के उनके एक ओर साथी को भी हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों की पहचान गोपाल पुत्र वीर सिंह सोलंकी निवासी मुरमुरा कॉलोनी, थाना टोनिका सिटी, गाजियाबाद, यूपी, राहुल पुत्र किशन परमार निवासी झुग्गी-झोपड़ी मायापुरी फेज-टू, दिल्ली व हाल निवासी वर्मा रोड, विकासनगर, दिल्ली औश्र धर्म पुत्र स्व. मोतीलाल घाट निवासी ग्राम भाटापारा, जिला बलौदा, छत्तीसगढ़ के रूप में हुई। तलाशी में ठगी के जेवरात भी आरोपियों से बरामद हुए, जिनमें एक सोने की चेन, चार अंगूठी, दो झुमके, एक पैंडल और पांच रूपये नकद शामिल थे। बताया कि एसओजी देहात की टीम के सहयोग से पुलिस को ठगी की घटना का खुलासा करने में सफलता मिली है।