
रानीपोखरी,13 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत बड़ी कार्रवाई।देहरादून पुलिस ने रानीपोखरी क्षेत्र में महिलाओं को दैवीय प्रकोप का भय दिखाकर ठगी करने वाले दो फर्जी साधुओं को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी महिलाओं से पूजा-पाठ और जादू-टोने के नाम पर नकदी और आभूषण ठग रहे थे।
कैसे हुआ खुलासा
12 सितम्बर को रानीपोखरी निवासी प्रदीप सिंह ने थाना पुलिस को शिकायत दी कि साधु वेशधारी दो व्यक्तियों ने उनकी चाची और दादी को धोखे से 3500 रुपये और कान की बालियां ठग लीं। शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह के निर्देश पर टीम गठित की गई। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर 13 सितम्बर 2025 को दोनों आरोपियों को रानीपोखरी क्षेत्र के सन्नगांव रोड से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने हत्थे चढ़े आरोपियों की पहचान कहनूर (25) पुत्र राजेंद्र और गोपी (18) पुत्र कुंदन निवासी भीमनगर, जिला होशियारपुर, पंजाब के रूप में कराई है।
रानीपोखरी थाना अध्यक्ष वीकेंद्र चौधरी ने बताया कि दोनों आरोपी साधु की वेशभूषा में घूमकर भोली-भाली महिलाओं को ठगने की फिराक में थे। इनके पास से
2100 रुपए नकद, एक जोड़ी पीली धातु की कान की बालियां और एक बाइक बरामद की है।
पूछताछ में खुलासा
पकड़े गए आरोपियों ने कबूल किया कि वे पंजाब के रहने वाले हैं और साधु का वेश बनाकर घर-घर जाकर लोगों को झांसा देते थे। रानीपोखरी में उन्होंने पीड़िता से कहा कि उसके पति पर “दैवीय प्रकोप” है और तीन दिन में उसकी मौत हो सकती है। इसके बाद उपाय के नाम पर पूजा-पाठ व जादू-टोने का बहाना बनाकर नकदी और गहने ले लिए।
👉 पुलिस ने अपील की है कि किसी भी अज्ञात साधु, तांत्रिक या बाबा के झांसे में न आएं और ऐसे मामलों की तुरंत सूचना पुलिस को दें।