पर्यटक कार्यालय में गेट मीटिंग कर जताया पुरजोर विरोध
ऋषिकेश। कर्मचारी संघ गढ़वाल मंडल विकास निगम ने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल विकास निगम के एकीकरण के प्रस्ताव का पुरजोर विरोध किया है एक स्वर में कहा कि जब तक कर्मचारियों के हित सुरक्षित नहीं होंगे एकीकरण मंजूर नहीं होगा जबरदस्ती करने पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
शुक्रवार को हरिद्वार बाईपास मार्ग स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम की यात्रा पर्यटन कार्यालय एकत्रित निगम कर्मियों विधानसभा में गढ़वाल और कुमाऊं विकास मंडल के एकीकरण के प्रस्ताव का पुरजोर विरोध किया। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मनमोहन चौधरी ने कहा कि 1976 में गढ़वाल और कुमाऊँ मंडल विकास निगम अस्तित्व में आए थे तब से दोनों अपने क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं अब एकीकरण समझ से परे है गढ़वाल मंडल विकास निगम कर्मियों ने कहां कि जब तक कर्मियों के हित सुरक्षित नहीं होंगे तब तक एकीकरण मंजूर नहीं किया जाएगा इसके लिए आंदोलन करेंगे। निगम कर्मी को राज्य कर्मी का दर्जा देने, संविदा कर्मियों को नियमित करने, पदोन्नति और अवशेष देयको का भुगतान, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद में एकीकरण की मांग उठाई। प्रदर्शन में बीएम जुयाल, श्याम सिंह पंवार, रणबीर रावत, सूर्य प्रकाश विश्वास, वीरेंद्र गुसाईं, संदीप मेवाड़, राजकुमार, नरेंद्र कंडारी, मेघनाथ, भगवान सिंह राणा, सब्बल सिंह, विमला तोपवाल, सीमा, नरेंद्र राणा, लक्ष्मी जोशी, प्रीति डिमरी, भास्करानंद, रमेश बिष्ट आदि मौजूद रहे।