
ऋषिकेश 4 मई। जीवनी माई मार्ग निवासी 87 वर्षीय श्रीमती संतोष गुप्ता के निधन के बाद उनके परिजनों द्वारा किया गया नेत्रदान अब दो जरूरतमंदों की दुनिया को रोशन करेगा। यह न केवल एक संवेदनशील निर्णय था, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण भी बन गया।
🙏 धार्मिक आस्था और सेवा की मिसाल
लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के चार्टर अध्यक्ष श्री गोपाल नारंग ने बताया कि बुधवार प्रातः श्रीमती गुप्ता का निधन हुआ। उन्होंने बताया कि स्वर्गीय संतोष गुप्ता धर्मपरायण थीं और उन्हें मां गंगा में अटूट आस्था थी।
👨👦👦 बेटों ने निभाई सामाजिक जिम्मेदारी
दुख की घड़ी में भी उनके पुत्र राजेंद्र गुप्ता और सुनील गुप्ता ने धैर्य दिखाते हुए नेत्रदान का निर्णय लिया और इसकी जानकारी उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा को दी। उनकी सूचना पर एम्स ऋषिकेश की टीम, जिसमें डॉ. कामना और संदीप गुसाईं शामिल थे, ने दोनों नेत्र (कॉर्निया) सुरक्षित रूप से प्राप्त किए।
🌟 399वां सफल नेत्रदान मिशन
लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि के जनसंपर्क अधिकारी मन मोहन भोला के अनुसार, यह मिशन का 399वां सफल प्रयास है, और यह अभियान भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगा।
🤝 समाजसेवियों ने जताया आभार
समाजसेवी अरविंद जैन, रवि राज मखीजा, राकेश रावल, अनिल कक्कड़ और रमन नारंग ने परिजनों को इस पुनीत कार्य के लिए साधुवाद दिया और इसे समाज के लिए एक प्रेरक उदाहरण बताया।