
उत्तरकाशी, 29 जून। उत्तराखंड में देर रात से हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। उत्तरकाशी जनपद के यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड के पास पालीगाड़ ओजरी डाबरकोट क्षेत्र में बादल फटने की घटना सामने आई है। इस आपदा ने क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है, जिसमें होटल निर्माण स्थल पूरी तरह से तबाह हो गया है और वहां कार्यरत कई नेपाली मूल के श्रमिक लापता हो गए हैं।
⛈ रात 12 बजे फटा बादल, श्रमिक बहे सैलाब में
घटना रात करीब 12 बजे की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, जिस क्षेत्र में बादल फटा, वहां सड़क निर्माण व होटल निर्माण कार्य चल रहा था। निर्माण कार्य में लगे श्रमिक टेंट में ही रह रहे थे। तेज सैलाब आने के कारण टेंट बह गए, जिससे 8 से 9 मजदूरों के लापता होने की सूचना है।
🚨 प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर
राहत बचाव टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। 10 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जिन्हें पालीगाड़ लाया गया है। लापता श्रमिकों की तलाश जारी है। मलबे, चट्टानों और नदी में बहने की आशंका के चलते रेस्क्यू टीम को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने दिए तत्काल राहत कार्य के निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट किया—
> “उत्तरकाशी में बादल फटने की दुखद घटना में कुछ श्रमिकों के लापता होने की सूचना है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित सभी एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मैं अधिकारियों के सतत संपर्क में हूं।”
मलबे में दबे हो सकते हैं मजदूर, भारी मशीनें नहीं पहुंच पा रहीं
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि सेना, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है। 15 से अधिक रेस्क्यू कर्मी मौके पर सक्रिय हैं, जबकि लगभग 45 अन्य रास्ते में हैं। उन्होंने बताया कि इलाके में भारी मशीनें नहीं पहुंच पा रही हैं, जिससे रेस्क्यू कार्य में बाधा आ रही है।
स्थिति पर नजर: उत्तरकाशी प्रशासन, पुलिस व आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार राहत कार्य में जुटी हैं। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में अगले 48 घंटों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
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