
ऋषिकेश, 25 जुलाई। उत्तराखंड की धरती एक बार फिर गौरवान्वित हुई है। तीर्थनगरी ऋषिकेश निवासी और योग विज्ञान में पीएच.डी. धारक गोल्ड मेडलिस्ट डॉ. विक्रम सिंह रावत ने लगातार 14 बार प्रतिष्ठित यूजीसी-नेट परीक्षा (98.41 पर्सेंटाइल) में सफलता प्राप्त कर एक अनोखा कीर्तिमान स्थापित किया है। इतना ही नहीं, उन्होंने इनमें से पांच बार JRF की कटऑफ से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
डॉ. रावत मूल रूप से बछेलीखाल, देवप्रयाग, जिला टिहरी गढ़वाल के निवासी हैं और वर्तमान में ऋषिकेश में NET-JRF के अभ्यर्थियों को मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं।
उनकी इस अद्वितीय उपलब्धि पर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राजे नेगी ने शुक्रवार को उन्हें पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया तथा उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि डॉ. विक्रम रावत की यह प्रेरणादायक यात्रा न सिर्फ शैक्षणिक क्षेत्र में उनकी मेहनत और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि युवाओं के लिए एक मिसाल भी पेश करती है कि निरंतर अभ्यास, लगन और ज्ञान के प्रति प्रतिबद्धता से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
डॉ. रावत की शैक्षणिक उपलब्धियां
योग विषय में दो बार गोल्ड मेडल से सम्मानित
मनोविज्ञान में एम.ए. यूनिवर्सिटी टॉपर (उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी)
योग में एम.ए. और पी.जी. डिप्लोमा में भी सर्वोच्च अंक (उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार)
पीएच.डी. उपाधि पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार से प्राप्त, शोध विषय:
“Enhancing the Quality of Life of Ageing Elders Through Yoga Practices”