
ऋषिकेश, 4 अगस्त। कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ने एक बंद घर में हुई बड़ी चोरी का खुलासा करते हुए एक शातिर खानाबदोश को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से लगभग 20 लाख रुपये मूल्य की चोरी की गई सोने-हीरे की ज्वैलरी बरामद की गई है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक ओमप्रकाश बत्रा, निवासी जीवनी माई मार्ग, ऋषिकेश ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी कि 25 जुलाई से 31 जुलाई तक वह अपने परिवार सहित दिल्ली गए थे, इस दौरान चोरों ने उनके घर का ताला तोड़कर अलमारी से सोने और हीरे की ज्वैलरी चोरी कर ली।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने धारा 305(1)/329(3) बीएनएस के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर तहकीकात शुरू की।
अपराधी का कोई स्थायी ठिकाना नहीं है और वह दिनभर गलियों में घूमकर बंद घरों की रैकी करता था। रात को गंगा घाटों पर सोने वाला यह अभियुक्त चोरी की घटनाओं को अकेले ही अंजाम देता है, जिससे पुलिस की पकड़ में आसानी से न आ सके।
सीसीटीवी और तकनीकी साक्ष्य से मिली सफलता
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह के आदेश पर प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश प्रदीप कुमार राणा के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया। टीमों ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, मुखबिरों को सक्रिय किया और संदिग्धों की कॉल डिटेल्स खंगालीं।
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर 4 अगस्त को अभियुक्त को हरिद्वार-ऋषिकेश बाईपास हाईवे के पास से गिरफ्तार किया गया, जब वह चोरी का माल लेकर फरार होने की फिराक में था। पुलिस ने हत्थे चढ़े चोर की पहचान सूरज कुमार वर्मा (31) पुत्र सुरेश कुमार वर्मा निवासी त्रिवेणी घाट, ऋषिकेश के रूप में कराई है।
पूछताछ में हुआ खुलासा
आरोपी ने बताया कि वह नशे का आदी है और अपनी लत पूरी करने के लिए चोरी करता है। वह दिनभर गली-मोहल्लों में घूमकर बंद पड़े मकानों की रेकी करता है और रात्रि में उनमें सेंध लगाता है। घटना के बाद उसने ज्वैलरी को स्थानीय लोगों को बेचने की कोशिश की, लेकिन बिल न होने के कारण कोई खरीदार नहीं मिला। इसी कारण वह ज्वैलरी को बेचने हरिद्वार या सहारनपुर भागने की योजना बना रहा था।
खुलासा करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक प्रदीप राणा, वरिष्ठ उप निरीक्षक शिशुपाल सिंह राणा, उप निरीक्षक साहिल वशिष्ठ, कांस्टेबल दिनेश महर, सौरव वालिया, अभिषेक, रूपेश कुमार शामिल रहे।