
डोईवाला 9 सितंबर। सफलता मॉडल क्लस्टर फेडरल स्वायत्त सहकारिता की वार्षिक आम सभा नांगल बुलंदावाला में संपन्न हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख गौरव चौधरी ने किया। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं सहकारिता से जुड़ती हैं, तो आत्मनिर्भरता के साथ-साथ गांव की आर्थिक मजबूती भी सुनिश्चित होती है।
चौधरी ने कहा कि महिलाओं की जितनी अधिक भागीदारी होगी, विकास की धारा उतनी ही प्रबल होगी और गांव की तस्वीर भी बदलेगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस योजना की शुरुआत वर्ष 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने की थी, जिनकी दूरदर्शिता से आज यह आंदोलन गांव-गांव तक पहुंच रहा है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पूर्व राज्य मंत्री करण बोहरा ने कहा कि सहकारिता केवल एक योजना नहीं है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने वाला सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस अभियान से जोड़कर समाज को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहा अभियान
समूह अध्यक्ष आरती पांडे ने जानकारी दी कि परियोजना के तहत गांव की महिलाओं को छोटे-छोटे रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 73 समूहों के अंतर्गत 725 महिलाओं को जोड़ा गया है। साथ ही, गत वर्ष की उपलब्धियों को भी साझा किया।
कार्यक्रम में यह रहे उपस्थित
देहरादून डीपीएम विनय कुमार, एग्रीकल्चर असिस्टेंट प्रदीप गुसाईं, सिमलास ग्रांट प्रधान सुषमा बोरा, नांगल बुलंदावाला प्रधान अंजू देवी, नांगल ज्वालापुर प्रधान राखी देवी, दुधली प्रधान अनूप सिंह, तथा अंकित मौर्य स्वामी, तृष्टि, प्रीती जोशी, राधिका जोशी, पूजा राजपूत, सनी जोशी, नेहा जोशी, अमन समेत कई लोग मौजूद रहे।