
देहरादून, 16 सितंबर। देहरादून में बीती रात हुई भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। आपदा में 13 लोगों की मौत, 3 लोग घायल और 16 लोग लापता बताए जा रहे हैं। भारी बारिश और भूस्खलन से सड़कों, पुलों और संपर्क मार्गों को गहरा नुकसान हुआ है।
जिलाधिकारी दून सविन बंसल ने मंगलवार को मालदेवता, सहस्रधारा, मजयाडा और कार्लीगाड जैसे आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इस दौरान उनके साथ एसएसपी अजय सिंह और सीडीओ अभिनव शाह भी मौजूद रहे।
मृत और लापता लोगों की सूची 👇
राहत एवं बचाव कार्य
👉जिलाधिकारी ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए।
👉लोनिवि एवं पीएमजीएसवाई की टीमें मशीनरी और मैनपावर के साथ अवरुद्ध सड़कों को खोलने में जुटी।
👉प्रभावित क्षेत्रों में ड्राई राशन और फूड पैकेट का वितरण जारी।
👉बिजली, पानी और अन्य मूलभूत सेवाओं को जल्द बहाल करने का निर्देश।
👉एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से कार्लीगाड में फंसे 70 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। क्विक रिस्पांस टीमें लगातार आपदा प्रभावित इलाकों में काम कर रही हैं।
आपदा से भारी क्षति
➡️अतिवृष्टि के चलते कई क्षेत्रों में मकान, दुकानें और होटल क्षतिग्रस्त हुए।
➡️मजायडा: 3 लोग मलबे में दबे, 1 व्यक्ति लापता
➡️सहस्रधारा-कार्लीगाड मार्ग: 9 से अधिक स्थानों पर सड़क ध्वस्त
➡️13 दुकानें, 8 होटल और 3 रेस्टोरेंट को नुकसान
आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन और सामुदायिक केंद्र प्रभावित
राहत शिविर और सहायता
चामासारी राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में राहत शिविर स्थापित कर पीड़ितों को ठहराया गया है। जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि यदि प्रभावित परिवार किराए पर शिफ्ट होना चाहें तो उन्हें प्रति परिवार तीन माह तक 4 हजार रुपए किराया दिया जाएगा।
जिले में नुकसान का आंकलन
जिला आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक, अतिवृष्टि से हुए नुकसान का प्रारंभिक ब्यौरा:13 पुल क्षतिग्रस्त, 10 पुलिया टूटी, 2 मकान ध्वस्त, 31 दीवारें गिरीं, 12 खेत व 12 नहरें प्रभावित, 7 पेयजल योजनाएं ठप, 24 पुस्ता और 8 हॉज क्षतिग्रस्त
जिलाधिकारी ने कहा कि इस कठिन समय में जिला प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और किसी भी तरह की मदद में कमी नहीं छोड़ी जाएगी।