
ऋषिकेश, 19 सितंबर। राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ के बैनर तले जीएमवीएन कर्मियों ने सरकार की नीतियों के विरोध में गेट मीटिंग कर सरकारी खिलाफ हुंकार भरी। सरकार को साफ संदेश दिया है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आने वाले दिनों में आंदोलन और भी उग्र होगा।
शुक्रवार को ऋषिकेश हरिद्वार बाईपास रोड स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम कार्यालय परिसर में छठे चरण की गेट मीटिंग आयोजित की गई। सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चली इस बैठक में बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए। अध्यक्षता महासंघ गढ़वाल मंडल अध्यक्ष मनमोहन सिंह चौधरी और संचालन सुरेंद्र सिंह नेगी ने किया।
जीएमवीएन कर्मियों ने एक स्वर में सरकार पर कर्मचारियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए आंदोलन को और तेज करने की घोषणा की। महासंघ अध्यक्ष दिनेश पंत ने चेतावनी दी कि सरकार हमारे सब्र की परीक्षा न ले, जल्द कार्रवाई करे। संरक्षक बीएस रावत ने मांग की कि नियमितिकरण नियमावली तुरंत जारी की जाए। महासचिव श्याम सिंह नेगी ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को गंभीरता से न लेने के कारण उनमें गहरा आक्रोश है।
मुख्य सलाहकार विजय खाली ने चेताया कि यदि 26 सितंबर तक नियमितीकरण की नियमावली लागू नहीं की गई तो उग्र आंदोलन होगा। महासंघ के अनुसार 4 सितंबर से 26 सितंबर तक सभी निगम मुख्यालयों पर गेट मीटिंग आयोजित की जा रही हैं।
एकजुटता का संदेश, सहयोग का आह्वान
महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश रमोला ने सभी कर्मचारियों से आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। संगठन सचिव मुकेश नैथानी, उप महासचिव शिशुपाल सिंह रावत और कोषाध्यक्ष मेजपाल सिंह ने भी कर्मचारियों से संयुक्त रूप से संघर्ष करने की अपील की। वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि पूर्व समझौतों को लागू न करना कर्मचारियों के साथ विश्वासघात है।
गेट मीटिंग में यह रहे मौजूद
बीएस रावत, दिनेश पंत, विजय खाली, श्याम सिंह नेगी, राजेश रमोला, आशीष उनियाल, कैलाश पैन्यूली, रामचंद्र सेमवाल, अरविंद सिंह नेगी, शिशुपाल सिंह रावत, ओमप्रकाश भट्ट, अनुराग नौटियाल, मेजपाल सिंह, मुकेश नैथानी, आशीष पेटवाल, शिव प्रसाद शर्मा आदि कर्मचारी मौजूद रहे।