17 साल से लंबित सिंगटाली मोटर पुल निर्माण को लेकर क्षेत्रवासी हुए मुखर
16 मार्च को सिंगटाली में धरना प्रदर्शन के जरिए सरकार को चैताएंगे
ऋषिकेश, 14 मार्च। सिंगटाली में गंगा के ऊपर पिछले 17 साल से लंबित मोटर पुल का निर्माण कराने को लेकर क्षेत्रवासियों ने मोर्चा खोलने का निर्णय लिया है। 16 मार्च को सिंगटाली में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को चैताएंगे। बावजूद इसके 15 दिन में पुल निर्माण के लिए वित्तीय स्वीकृति नहीं मिली तो अप्रैल से आंरभ हो रही चारधाम यात्रा के दौरान हाईवे पर चक्काजाम करने की चेतावनी दी है।
सिंगटाली में गंगा के ऊपर मोटर पुल को वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति 2006 में मिली थी। विडंबना यह कि मंजूरी के 17 साल बाद भी पुल का निर्माण नहीं हो सका। ऐसे में खुद को ठगा महसूस कर रहे क्षेत्रवासियों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्रवासियों के साथ मोटर पुल के निर्माण को आंदोलन का एलान किया है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य नांद यमकेश्वर विकास चौहान ने बताया कि सिंगटाली मोटर पुल संघर्ष समिति के बैनर तले गुरूवार 16 मार्च को सिंगटाली में मोटर पुल का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान एसडीएम नरेंद्रनगर के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित करेंगे।
समिति अध्यक्ष उदय सिंह नेगी, संरक्षक हर्षवर्धन बड़थ्वाल, प्रशांत मैठाणी ने कहा कि धरना प्रदर्शन के बाद भी सरकार ने सुना नहीं, या अगले 15 दिनों में वित्तीय स्वीकृति नहीं करवाई तो अगले महीने अप्रैल में शुरू होने वाली चार धाम यात्रा के समय सिंगटाली में हाईवे अनिश्चित काल के जाम कर दिया जाएगा, जिसके लिए शासन प्रशासन जिम्मेदार होगा। बतादें कि यह मोटर पुल गढ़वाल मंडल का मुख्यालय पौड़ी की दूरी कम करने के साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं के मध्य एक सुगम मार्ग भी बनाता है।
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यहां लगा चुके गुहार
सिंगटाली मोटर पुल संघर्ष समिति मोटर पुल निर्माण के लिए मुख्यमंत्री, पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज से लेकर क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट तक को मिल चुकी है।
माननीय लिख चुके मुख्यमंत्री को पत्र
समिति अध्यक्ष ने बताया कि राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी, नरेश बंसल, सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, तीरथ सिंह रावत, द्वारीखाल ब्लॉक प्रमुख महेंद्र राणा इस बाबत मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं।