देहरादून, 18 मार्च। उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली सशक्त महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने अतिथियों को उत्तराखंड की पहचान गौरा देवी की प्रतिमा भेंटकर स्वागत अभिनन्दन किया।
शनिवार को देहरादून में आयोजित सम्मान समारोह का शुभारंभ दून विश्वविद्यालय कुलपति डा. सुरेखा डंगवाल, बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष डा. गीता खन्ना, पूर्व विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल, पूर्व विधायक बद्रीनाथ और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट, महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, उपाध्यक्ष ज्योति साह, सायरा बानो ने किया।
पूर्व विधायक महेंद्र भट्ट ने कहा कि महिलाए हमारी संस्कृति की धरोहर है। आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में महिलाएं समाज के हर पहलू में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर आगे आ रही है। आज सरकार महिलाओं के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं ला रही है। जो कि महिलाओं के सशक्तिकरण में सहायक है। महिला आयोग आज नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
दून विश्विद्यालय के छात्र छात्राओं ने एक स्वरचित व स्व लिखित नाटक मिसाइल वुमन ऑफ इंडिया डॉक्टर टेसी थॉमस का मंचन किया। इस नाटक का मुख्य उद्देश्य जेंडर समानता एवं महिलाओं की टेक्नोलॉजी तक पहुंच थीम पर आधारित था।
कार्यक्रम में सरकारी विभाग, सामाजिक संस्थाओं और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली करीब 35 महिलाओं को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
महिला आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता व मीनाक्षी मैठाणी के संचालन में चले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार हरीश कोठारी, नीरू देवी, मधु भट्ट, साधना शर्मा, इंदुबाला, रजनी कुकरेती, सरिता गौड़, अनुराधा वालिया, माधवी गुप्ता, ग्राम प्रधान पूनम चौहान, पूजा पाल, सुमन ज्याला, प्रेमलता नंदन, महिला सशक्तिकरण व बाल विकास विभाग से डीपीओ मोहित चौधरी, सीडीपीओ तरुणा चमोला, शिखा कंडवाल, अंजना गुप्ता, मीना बिष्ट, एसआई संगीता नौटियाल, दयाराम सिंह आदि मौजूद रहे।