हरिद्वार/ ऋषिकेश, 14 मार्च। बैसाखी पर्व पर धर्मनगरी हरिद्वार और तीर्थनगरी ऋषिकेश में उमड़े श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद उगते सूर्य को अर्घ्य देकर घाट पर विधि विधान से पूजा अर्चना की। इस दौरान घाट परिसर पर बौद्ध भिक्षुओं को सामर्थ्य अनुसार दान देकर पुण्य कमाया।
शुक्रवार को धर्मनगरी हरिद्वार में हरकी पैड़ी समेत आसपास के घाटों में तड़के से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। पुलिस प्रशासन की ओर से घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे।
हरकी पैड़ी में कड़ी सुरक्षा के बीच बाहरी प्रांतों से आए श्रद्धालुओं समेत स्थानीय लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई। यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।
वहीं, तीर्थनगरी ऋषिकेश में भी शुक्रवार तड़के से त्रिवेणी घाट, नाव घाट पर श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में पवित्र डुबकी लगाई। रामझूला, लक्ष्मणझूला क्षेत्र के मुख्य घाट भी श्रद्धालुओं से गुलजार नजर आए।
डूबने की घटनाओं को रोकने के लिए प्रमुख घाटों पर एसडीआरएफ और जल पुलिस के जवान तैनात रहे।
ज्योतिषाचार्य आलोक जोशी ने बताया कि बैशाखी पर्व पर पवित्र नदी गंगा में स्नान करने और दान से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।