नई दिल्ली। देश के तीसरे भीषण रेल हादसे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक कर समीक्षा की। इसके बाद दुर्घटनास्थल पहुंचे और अस्पताल जाकर पीड़ितों का हालचाल लिया। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार घायलों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हादसे के लिए दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
दुर्घटना स्थल पर हालत देखकर भावुक हुए पीएम मोदी ने कहा, यह दर्दनाक और मन को विचलित करने वाली गंभीर घटना है। इसकी प्रत्येक पहलू से जांच के निर्देश दिए गए हैं। ट्रैक की बहाली के लिए रेलवे काम कर रहा।
वहीं, भीषण रेल हादसे में मृतकों की संख्या का आंकड़ा 288 तक पहुंच गया है। दुर्घटना में करीब 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिसमे 66 को गंभीर चोटें आई है। पीएम मोदी ने राहत बचाव कार्य करने वाली टीम की सराहना की।
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हादसे की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनगा बाजार स्टेशन से पहले मुख्य के बजाय लूप लाइन में चली गई थी, जहां उसकी टक्कर पहले से खड़ी मालगाड़ी से हुई। सूत्रों के मुताबिक प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोमंडल एक्सप्रेस के लिए अप मेनलाइन का सिग्नल दिए गया और उतार दिया गया। इससे ट्रेन लूप लाइन में घुस गई मालगाड़ी से टकराने के बाद उसके कुछ कोच पटरी से उतर गए। इस बीच सुपरफास्ट एक्सप्रेस डाउन मेन लाइन से गुजरी और उसके दो कोच पटरी से उतरे कोरोमंडल एक्सप्रेस के कोच से टकराने के बाद पलट गए। हालांकि, रेलवे के किसी भी अधिकारी ने ट्रेन के लूप लाइन में जाने की बात नहीं कही है। अभी टक्कर का कारण साफ नहीं हैं।