ऋषिकेश, 8 जून। कावड़ यात्रा में अब महिला श्रद्धालु की सुरक्षा का जिम्मा एसडीआरएफ की महिला कर्मी संभालेंगी। महिला एसडीआरएफ कर्मियों की तैनाती संवेदनशील घाटों पर रहेगी।
एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले की शुरुआत 4 जुलाई को हुई थी। तब से उत्तर प्रदेश, हरियाणा आदि बाहरी प्रांतों से बड़ी संख्या में शिवभक्त गंगाजल लेने के लिए देवभूमि उत्तराखंड आ रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत SDRF कार्मिकों को हरिद्वार, ऋषिकेश व नीलकंठ में संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है। SDRF जवानों द्वारा अपनी कार्यकुशलता को सिद्ध करते हुए विभिन्न घाटों पर स्नान करते समय नदी के तेज बहाव में आकर डूबने वाले अनेक कांवडियों का जीवन भी सुरक्षित किया गया है।
बताया कि पिछले कुछ दिनो से उत्तराखंड में महिला शिवभक्त भी बड़ी संख्या में आ रही है। इन महिलाओं की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ की ओर से एम पर की गई है। बताया कि एसडीआरएफ उत्तराखंड पुलिस की विशेषज्ञ महिला कार्मिकों को संवेदनशील घाटों पर तैनात किया गया है। यह विशेषज्ञ महिला कार्मिक कुशल तैराक है जो महिला शिवभक्तों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में त्वरित रिस्पांस देने में दक्ष है। निश्चित ही इस पहल से सभी कांवड़िये देवभूमि से बेहतर संदेश लेकर जाएंगे।
अब महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा का जिम्मा एसडीआरएफ महिला कर्मियों पर! संवेदनशील घाटों में होगी तैनाती
