ऋषिकेश। नगर निगम ऋषिकेश पर चूना और ब्लीचिंग पाउडर खरीदने की आड़ में 76 लाख के घोटाले का आरोप लगा है। मामले का खुलासा पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा ने किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार से इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
शनिवार को ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता में पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा ने बताया कि नगर निगम ने कोरोना काल 2020-21 में चूना और ब्लीचिंग पाउडर चार गुना ऊंचे दामों में खरीदा गया। बताया कि इसका खुलासा भारत सरकार के नियंत्रण महालेखा परीक्षक की ओर से वर्ष 2021-22 के प्रतिवेदन में किए गए ऑडिट में किया गया है।
पूर्व पालिका अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि चूना आदि सामग्री खरीद में नियमों की भी अनदेखी की गई। 2017 में शासनादेश जारी हुआ था कि कोई भी सामग्री जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी जाएगी लेकिन चूना और ब्लीचिंग पाउडर आदि सामग्री की खरीद में इस नियम को दरकिनार किया गया।
ऑडिट की रिपोर्ट के मुताबिक 27 लाख की सामग्री एक फर्म से कोटेशन के आधार पर 1 करोड़ 3 लाख में खरीदी गई। कम दरों पर चूना, ब्लीचिंग पाउडर अन्य सामग्री कम दामों पर खरीदने के लिए जेम पोर्टल पर प्रयास नहीं किए गए हैं। नतीजतन चूना, ब्लीचिंग पाउडर आदि सामग्री 76 लाख 60 हजार अधिक दाम में खरीदी गई जो सीधे बड़ा घोटाला है। पूर्व पालिका अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि 103 करोड़ की सामग्री नगर
निगम बोर्ड के प्रस्ताव के अनुमोदन के बिना खरीदी गई। बकौल शर्मा पूर्व में मामले का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने नगर निगम को नोटिस भी जारी किया था। लेकिन, नगर निगम प्रशासन ने जवाब नहीं दिया।
उस समय नगर आयुक्त ने इस बाबत स्पष्टीकरण दिया था कि जो सामान खरीदा जा रहा है, वह मांग के अनुसार है। दीप शर्मा ने घोटाले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो कोर्ट की शरण भी ले सकते हैं।