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ऋषिकेश। नगर निगम ऋषिकेश की लाल पानी बीट में कूड़ा निस्तारण प्लांट के लिए आवंटित भूमि का विरोध करना 3 लोगों को महंगा पड़ गया। सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में नगर निगम प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराया है।
श्यामपुर बाईपास मार्ग स्थित लाल पानी बीट में सरकारी कार्य में अवरोध उत्पन्न करने वालों के विरूद्ध नगर निगम ऋषिकेश के अधिशासी अभियंता दिनेश प्रसाद उनियाल ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है।
अधिशासी अभियंता ने बताया कि नगर निगम को वन एवं जलवायु पर्यावरण भारत सरकार द्वारा लाल पानी बीट में आईएस डब्ल्यूएम प्लांट के लिए आवंटित भूमि पर बाउंड्री वॉल के निर्माण को लेकर 8 जुलाई शनिवार दोपहर मौके पर पहुंचे। आरोप लगाया कि इसी बीच मानवेंद्र कंडारी व रमजान ने मौके पर कुछ लोगों की भीड़ एकत्र कर ली।
आरोप है कि उक्त लोगों द्वारा टीम के सदस्यों के वाहनों को क्षतिग्रस्त करने के साथ जानमाल को नुकसान पहुंचाने का भी प्रयास किया गया। घटना को लेकर निगम के अधिशासी अभियंता द्वारा साक्ष्यों के साथ दी गई प्राथमिकी में बताया कि पूर्व में रंजीत थापा द्वारा नगर निगम के सरकारी कार्य में अवरोध उत्पन्न किया जाता रहा है। उसके खिलाफ वन विभाग की भूमि को कब्जाने का प्रयास करना, पेड़ों को काटना, खुंटो को जलाकर साक्षय मिटाने के आरोप में दंडात्मक कारवाई की जा चुकी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर संगीन धाराओं में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांंच प्रराम्भ कर दी है।
सहायक नगर आयुक्त रमेश सिंह रावत ने इसकी पुष्टि करते बताया कि वन एवं जलवायु पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार एवं एनजीटी के आदेशानुसार समय पर लाल पानी बीट में सोलिड वेस्ट निस्तारण प्लांट का कार्य पूर्ण किया जाना है, जिसको लेकर निगम कार्य कर रहा है।