ऋषिकेश, 10 जुलाई। कांवड़ यात्रा के मद्देनजर शिव भक्तों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ नहीं हो, इसके लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने ऋषिकेश, वीरभद्र, श्यामपुर, छिद्दरवाला क्षेत्र में विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठानों में औचक छापेमारी कर खाद्य सामग्री की गुणवत्ता को चेक किया। इस दौरान मिलावट की आशंका में खाद्य तेल, दूध और पनीर के सैंपल लिए। कार्रवाई से बाजार में हड़कंप की स्थिति रही है।
सावन के दूसरे सोमवार को आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डा. आर. राजेश कुमार के आदेश पर विभागीय टीम ने ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में रेस्टोरेंट, ढाबों में खाद्य सामग्री से लेकर सफाई व्यवस्था को देखा। सफाई में कमी पर ढाबा संचालकों को लताड़ भी लगाई।
जिला अभिहित अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि छापेमारी की कार्रवाई विजिलेंस टीम के साथ संयुक्त रूप से की गई। कावड़ यात्रा के मद्देनजर करीब 18 व्यापारिक प्रतिष्ठान जिसमें रेस्टोरेंट, ढाबे, डेयरी आदि प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की गई, जहां से गुणवत्ता कमी की आशंका में खाद्य तेल, पनीर और दूध के अलग-अलग छह सैंपल लिए गए। नमूनों को अधिकृत प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। खाद्य सामग्री के नमूने फेल होने पर संबंधित कारोबारी के खिलाफ फूड एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि कावड़ यात्रा के लिए मुख्यालय से विशेष टीम गठित की गई है जो लगातार मेला क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाएगी। खाद्य पदार्थों की जांच करना एवं शिकायत के लिए विभागीय टोल फ्री नंबर 18001804246 जारी किया गया है।
कार्रवाई में उपायुक्त मुख्यालय जीसी कंडवाल, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश सिंह, विजिलेंस टीम में उपनिरीक्षक जगदीश रतूड़ी, संजय नेगी, योगेन्द्र नेगी आदि शामिल रहे।