ऋषिकेश, 19 जुलाई। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की आंगनबाड़ी वर्करों ने नगर निगम कार्यालय पहुंचकर गुस्से का इजहार किया। एक स्वर में नगर निगम प्रशासन से आशा वर्करों की तर्ज पर डेंगू सर्वे के लिए प्रोत्साहन राशि देने की मांग की। सकारात्मक कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
बुधवार को ऋषिकेश शहर और ग्रामीण क्षेत्रों की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां हरिद्वार रोड स्थित नगर निगम कार्यालय पहुंची और नगर निगम प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल को मांग पत्र सौंपकर बताया कि डेंगू के सर्वे कार्य के लिए आशा वर्करों 1500 रुपए और फैसिलेटर को 2500 रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में देने की घोषणा की गई है, जबकि डेंगू सर्वे का कार्य आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां भी कर रही हैं। सवाल उठाया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ इस तरह का भेदभाव क्यों किया गया। बताया कि नगर निगम ऋषिकेश के 40 वार्डों में आंगनबाड़ी वर्कर पिछले 1 सप्ताह से घर घर जाकर डेंगू का सर्वे और उसके बाद रिपोर्ट तैयार कर बाल विकास परियोजना को प्रेषित कर रहे हैं। इसके अलावा अपने विभाग के कार्य भी पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं। आक्रोशित आंगनबाड़ी वर्करों ने नगर निगम प्रशासन से आशा वर्करों की तर्ज पर डेंगू सर्वे कार्य के लिए प्रोत्साहन राशि देने की मांग की।
नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल ने बताया कि इस तरह की प्रोत्साहन राशि देने का मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। आश्वस्त किया कि यदि इस तरह का कोई आदेश जारी हुआ है तो उसे दिखवाकर कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
मौके पर रेखा पोरवाल, शकुन्तला, रेखा, शर्मिला, भगवती, नीलम बिष्ट, सुचित्रा, गीता बिष्ट, अंजू सेमल्टी, मीनाक्षी वर्मा, प्रतिमा गुप्ता, सरस्वती मेहरा, सुनीता पोखरियाल, सीमा शर्मा, संतोषी नेगी, अनीता रावत, किरण पांडे, ममतेश, कविता, पिंकी भट्टराधा जोशी आदि मौजूद रहे।