देहरादून। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, बादशाहीथौल का उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (USERC), देहरादून के बीच एक एमओयू हस्ताक्षर हुआ। यह समझौता 7 उद्देश्यों को पूरा करेगा, जिसमें अनुसंधान और नवाचार, स्टार्टअप और उद्यमिता, विश्वविद्यालय परिसर के एनएसएस और एनसीसी स्वंयसेवको के माध्यम से समाज में स्वास्थ्य और स्वच्छता के मुद्दों पर जागरूकता फैलाना, उत्तराखंड के छात्रों के बीच विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देना, छात्रों के बीच क्षमता निर्माण कार्यक्रम, राज्य में संस्थानोें के बीच शैक्षणिक वृद्धि की दिशा में काम करना एवं राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी, पर्यावरण एवं जैव विविधता दिवस आदि को मनाना है। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया कि इस समझौता ज्ञापन में विश्वविद्यालय की भूमिका एक दूसरे के परामर्श से और वित्तीय व्यवहार्यता को ध्यान में रखते हुए सहयोग के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान करना, प्रत्येक चयनित क्षेत्र (प्रमुख हितधारकों, प्रमुख व्यक्तियों, सहयोग के रूप में वित्त पोषण आदि) के लिए सहयोग की रूपरेखा स्थापित करना आदि रहेगी।
यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डाॅ0) अनीता रावत ने इस एमओयू करार होने पर कहा कि इस समझौते में श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय की भूमिका अहम है। यूसर्क की भूमिका के बारे में बताते हुए कहा कि श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय टिहरी गढ़वाल के सहयोग से विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों/स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना, सहयोगात्मक स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता के साथ विभिन्न यूएसआरसी विज्ञान चेतना केन्द्रो को जोड़ना तथा यूएसईआरसी अपने अनुसंधान और विकास और जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रमों जैसे आउटरीच में श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय बादशाहीथौल की सहायता लेगा।
मौके पर विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश के विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. गुलशन कुमार ढ़ींगरा, यूसर्क के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. ओपी नौटियाल व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
शिक्षा के सात उद्देश्यों को पूरा करेगा यह एमओयू! अनुसंधान और नवाचार, स्टार्टअप और उद्यमिता आदि को मिलेगा प्रोत्साहन
