देहरादून 10 अगस्त। श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय बादशाहीथौल, टिहरी गढ़वाल व उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट), देहरादून के मध्य एक समझौता हस्ताक्षर हुआ।
इस एमओयू का उद्देश्य सशक्त उत्तराखंड पर केंद्रित तथा संस्थान के संकाय सदस्य और शोधकर्ता के तकनीकी उन्नयन, नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
संस्थाओं का मानना है कि अनुसंधान समुदाय को उनके कौशल, ज्ञान को बढ़ाने और उनके तकनीकी कौशल को बढ़ावा देने में सहायता करने में बड़ा लाभ होगा।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया कि इस एमओयू के अंतर्गत दोनों संस्थानों के बीच अनुसंधान एवं नवाचार, सतत एवं समावेशी विकास, आजीविका प्रदान करके रिवर्स माइग्रेशन, पहाड़ों में स्थाई तरीके से कनेक्टिविटी में सुधार, टिकाऊ शहरीकरण के लिए भविष्य की योजना, उन्नत मानव विकास, मानव संसाधनों की क्षमता में सुधार, पर्यावरणीय स्थिरता को बनाना, विकास प्रेरकों के रूप में पहचाने गए क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना, भूस्खलन की निगरानी एवं शीघ्र पता लगाना, ईकोटूरिज्म एवं स्थिरता, नवीनीकरण एवं स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन कार्य योजना, बौद्धिक संपदा अधिकार, उद्यमिता एवं स्टार्टअप आदि विषयों पर संयुक्त रूप से कार्य करने पर एमओयू हस्ताक्षर हुए।
उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने जानकारी दी।
मौके पर विश्वविद्यालय ऋषिकेश कैंपस के विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. गुलशन कुमार ढींगरा, यूकास्ट के जनसंपर्क अधिकारी अमित पोखरियाल आदि मौजूद रहे।