श्यामपुर। ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक गढ़ी श्यामपुर के करीब बाढ़ सुरक्षा को ग्राम पंचायत द्वारा निर्मित 190 मीटर लंबी सुरक्षा दीवार का एक हिस्सा बीती रात अतिवृष्टि से ढह गई।
ग्राम प्रधान संगीता थपलियाल ने बताया कि यह सुरक्षा दीवार 190 मीटर लम्बी और लगभग ग्यारह फिट ऊंची है, जिसका बुनियादी ढांचा 3 मीटर चौड़ा है। उन्होंने कहा पहली बार है जब मूसलाधार बारिश से जगह -जगह जलभराव से चारों ओर त्रासदी मची हुई है लेकिन संस्थान की सीमा पर सुरक्षा दीवार बन जाने के बाद पॉलिटेक्निक में इस बार अभी तक कोई जलभराव की दिक्कत नहीं आयी है।
जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण सचेतक विनोद जुगलान कहना है कि इतनी मजबूत दीवार होने के बावजूद भी लक्कड़ घाट के खेतों की ओर से भारी बारिश के पानी आने और दूसरी ओर गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण दोनों ओर से भारी पानी आने के कारण दीवार का एक हिस्सा ढल गया। स्थानीय ग्रामीणों और पंचायत के सहयोग से हाल ही में नव निर्मित पुलिया भी गिर गयी है। हालांकि गंगा का जलस्तर पुलिया के ह्यूम पाइप्स को बहाकर ले जाने में नाकाम रहा। लेकिन पुलिया बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है। वर्ष 2013 की दैवीय केदारनाथ आपदा में राजकीय पालीटेक्निक की चहारदीवारी ढह गई थी, जिसका एक दशक बाद भी पुनर्निर्माण नहीं हो पाया है। भारी वर्षा के बाद भी 13 करोड़ की लागत से निर्मित 11एकड़ क्षेत्रफल पर निर्मित इस सरकारी संपत्ति की सुध लेने न तो जनप्रतिनिधि आ रहे और न प्रशासन को ही यहां अध्ययनरत छात्रों की चिंता है। एसडीएम सौरभ सिंह असवाल ने बताया कि मौका मुआयना कर संबंधित विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।