ऋषिकेश 5 सितंबर। जन समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई के लिए सरकार की ओर से आयोजित तहसील दिवस मखौल बनकर रह गया है। मंगलवार को ऋषिकेश तहसील दिवस में बाढ़ सुरक्षा, अतिक्रमण समेत जन समस्या से जुड़े 20 मामले आए। हैरत की बात है कि मौके पर एक का भी निस्तारण नहीं हो सका। लिहाजा शिकायत दर्ज करने के बाद फरियादियों को मायूस होकर लौटना पड़ा।
मंगलवार को ऋषिकेश तहसील परिसर के सभागार में तहसीलदार चमन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित मासिक तहसील दिवस में जन समस्याओं की सुनवाई के लिए ऊर्जा निगम, जल संस्थान, स्वास्थ्य विभाग नगर निगम, पुलिस, वन विभाग, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
तहसील दिवस में पहुंचे सीनियर सिटीजन कल्याण संगठन भट्टोंवाला के लोगों ने भट्टोंवाला में बाढ़ सुरक्षा के लिए तटबंध बनाने, हाथी एवं अन्य जंगली जानवरों से फसलों को बचाने, साहबनगर निवासी शैलेंद्र व्यास ने ग्रामसभा की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने, पार्षद वीरेंद्र रमोला ने अमित ग्राम में जंगलात रोड पर बारिश से क्षतिग्रस्त पुलिया के निर्माण, खदरी में हाथी द्वारा फसलों को किए गए नुकसान की एवज में उचित मुआवजा दिलाने, अधिवक्ता नरेंद्र सिंह रांगड़ ने छिद्दरवाला में इंटर कॉलेज के सामने हाईवे पर खोदे गए गड्ढे से हादसे की संभावना जताते हुए समस्या को दूर करने, बारिश में घरों में जल भराव से हुए नुकसान समेत 20 शिकायतें दर्ज हुई। जिन पर सुनवाई करते हुए तहसीलदार ने संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। हालांकि मौके पर एक भी मामले का निस्तारण नहीं हो सका, जिससे फरियादियों को निराशा हुई।
नायब नाजिर बाबर खान ने बताया कि तहसील दिवस में 20 मामले आए लेकिन जांच के चलते एक का भी निस्तारण नहीं हो सका।
मौके पर पीडब्ल्यूडी के अपर सहायक अभियंता लक्ष्मीकांत गुप्ता, सहायक समाज कल्याण अधिकारी महेश प्रताप, वन दरोगा स्वयंवर दत्त कंडवाल, डॉ मुकेश पांडेय, पार्षद लव कांबोज, चेतन चौहान, मनीष बनवाल आदि मौजूद रहे।