ऋषिकेश 3 अक्टूबर। जन समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई के लिए प्रदेश सरकार की व्यवस्था तहसील दिवस से जनता का मोह भंग होने लगा है। यही वजह है कि मंगलवार को तहसील दिवस में विभिन्न विभागों के अधिकारी जन समस्याओं की सुनवाई के लिए फरियादियों की बाट जोहते रहे। दोपहर 1:30 बजे तक कुल 8 मामले ही आए, जबकि सुनवाई के लिए तीन दर्जन से अधिक विभागीय अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। वहीं, एसडीएम योगेश मेहरा और तहसीलदार चमन सिंह की आईडीपीएल आवासीय परिसर में होने वाली कार्रवाई में व्यस्तता के चलते तहसील दिवस मुख्य प्रशासनिक अधिकारी आभा शर्मा की अध्यक्षता में हुआ।
मंगलवार को ऋषिकेश तहसील के सभागार में आयोजित तहसील दिवस सुबह 10:30 पर शुरू हुआ। जन समस्याओं पर कार्रवाई के लिए ऊर्जा निगम, पीडब्ल्यूडी, जल संस्थान, पेयजल गंगा, बाल विकास, एमडीडीए, राजस्व विभाग, नगर निगम, राष्ट्रीय राजमार्ग आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
हालांकि जन शिकायत लेकर आने वाले फरियादियों की संख्या बहुत कम रही, जिससे विभागीय अधिकारी फरियादियों का इंतजार करते नजर आए। कुछ अधिकारी फरियादियों के ना आने से कुर्सी छोड़कर सभागार से बाहर आ गए जिसके चलते तहसील दिवस में कुछ अधिकारियों की खाली कुर्सियों मुंह चिड़ाती नजर आई।
नायब नाजिर बाबर खान ने बताया कि तहसील दिवस में अमित ग्राम के नंबर 33 में जर्जर विद्युत पोल बदलने, भट्टोंवाला में सड़क धंसाव और घरों में हो रहे भू कटाव, नरेंद्र रतूड़ी ने ऋषिकेश रोडवेज बस अड्डा पर सार्वजनिक शौचालय, क्षेत्र पंचायत सदस्य बीना चौहान के बाईपास लकड़घाट मार्ग पर अतिक्रमण समेत आठ मामले आए। मौके पर निस्तारण एक का भी नहीं हुआ। लिहाजा कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग के पाले में सरका दिया गया। फरियादियों के नहीं आने से तहसील दिवस निर्धारित समय से पहले ही सिमट गया। मौके पर अपर सहायक अभियंता लक्ष्मीकांत गुप्ता, अवर अभियंता ऊर्जा निगम दीपक राणा, कनिष्ठ अभियंता जल संस्थान बीएस राणा, एमडीए सहायक अभियंता संजय जगूड़ी, राजस्व उप निरीक्षक सुधीर सैनी, सुपरवाइजर बाल विकास उषा सरियाल, सुरेश कोटनाला, पार्षद विपिन पंत, शिवकुमार गौतम मौजूद रहे।