ऋषिकेश 3 अक्टूबर। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाले सिंगटाली मोटर पुल के निर्माण को लेकर मुखर ग्रामीणों ने ऋषिकेश नगर निगम मेयर अनीता ममगाईं से मुख्यमंत्री और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री से वित्तीय स्वीकृति दिलाने की गुहार लगाई है।
मंगलवार को ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने ऋषिकेश में मेयर अनीता ममगाईं से मुलाकात की और सिंगटाली में गंगा नदी के ऊपर प्रस्तावित सिंगटाली मोटर पुल की वित्तीय स्वीकृति के लिए राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर आग्रह करने का निवेदन किया। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि यह पुल 2006 में स्वीकृति हुआ, लेकिन आज तक इसका निर्माण कार्य नहीं हुआ है, जिसके लिए क्षेत्र के ग्रामीणों ने सिंगटाली में धरना प्रदर्शन से लेकर विधान सभा घेराव तक किया है। ग्रामीणों के लगातार आंदोलन के बाद भी अभी तक धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ। बताया कि ऋषिकेश क्षेत्र में इस पुल से लाभान्वित होनी वाली अधिकांश जनसंख्या निवास करती है और यहां रहने वाले प्रवासी समय समय पर अपने क्षेत्र में जाते हैं। विडंबना है कि पुल न होने की वजह से पैदल ही जाना पड़ता है। साथ ही आपातकालीन स्थिति में सड़क तक पहुंचना भी कठिन होता है। मेयर ने प्रवासियों की अपील पर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया कि सिंगटाली मोटर पुल गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों को जोड़ेगा साथ ही क्षेत्र में पर्यटन के अनेक अवसर खुलेंगे, जिससे स्वरोजगार बढ़ेगा और पलायन रुकेगा। मेयर ने सीएम को पत्र संबोधित करते हुए कहा की जनता की आशाओं के अनुरूप भी व्यक्तिगत ध्यान आकृष्ट करते हुए सिंगटाली मोटर पुल के शीघ्र निर्माण हेतु विभाग को निर्देशित करें ताकि क्षेत्रवासियों को यातायात की सुगमता हो सके। प्रतिनिधिमंडल में सेवानिवृत्त तहसीलदार जगदीश सिंह राणा, पूर्व सैनिक नरेश बड़थ्वाल, धनवीर सिंह राणा, कलावती तड़ियाल, देवेश्वरी राणा, नितीश राणा, दिगंबर बिष्ट, हेमलता देवी आदि मौजूद रहे।