ऋषिकेश 8 अक्टूबर। विस्थापित क्षेत्र पशुलोक में एकत्रित हुए स्थानीय लोगों ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण का पुतला आग के हवाले कर अपने गुस्से का इजहार किया। आक्रोशित लोगों ने एमडीडीए पर बड़े बिल्डरों से सांठगांठ छोटे आवासीय भवन बना रहे स्वामियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
रविवार को विस्थापित पशुलोक क्षेत्र में विस्थापित संघर्ष समिति के अध्यक्ष हरि सिंह भंडारी के नेतृत्व में एकत्रित हुए लोगों ने मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) की जमकर खिलाफत की। गुस्साए लोगों ने कहा कि हाईकोर्ट ने विस्थापित क्षेत्र में बन रही अवैध बहुमंजिला इमारतों के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी। आरोप लगाया कि यह रोक महज औपचारिकता साबित हो रही है। विभाग और बिल्डरों की मिली भगत से छोटे आवसीय भवन बना रहे स्वामियों को सीलिंग कार्रवाई करके व नोटिस देकर प्रताड़ित किया जा रहा है। जबकि निर्मल ब्लॉक बी 11 नंबर पर और निर्मल ब्लॉक बी शिव चौक के आसपास व्यावसायिक भवनों का निर्माण लगातार धड़ल्ले से जारी है, जिन्हें एमडीए द्वारा अभी भी सील नहीं किया गया। हैरत की बात यह कि दोनों व्यावसायिक भवन मुख्य नदी से 10 से 20 मीटर की दूरी पर है। यहां पर सिवरेज की कोई व्यवस्था नहीं है।
प्रदर्शन कार्यो ने चेताया कि जल्द ही निर्माणाधीन बहु मंजिला इमारतों और पहले से तैयार व्यावसायिक भवनों के सीलिंग कार्रवाई नहीं की जाती तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। प्रदर्शन में गिरीश नौटियाल, शूरवीर बागड़ी, प्रवीण थपलियाल, गणेश बिजल्वाण, जगदंबा रतूड़ी, प्रमोद पंवार, प्रताप सिंह राणा, रघुनाथ सिंह चौहान, गौतम बिष्ट, महादेव नौटियाल, राजवीर बागड़ी आदि शामिल रहे। इस बाबत एसडीएम ऋषिकेश से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।