पौड़ी गढ़वाल 17 अक्टूबर। पीपीपी मोड पर संचालित जिला चिकित्सालय का स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर विनीता शाह ने निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान सर्जन और अन्य कर्मी अनुपस्थित मिले। यही नहीं वार्ड में अधिकांश बैड पर चादर नहीं बिछी हुई थी और उपस्थिति पंजिका और बायोमेट्रिक उपस्थिति में अंतर मिलने पर स्वास्थ्य महानिदेशक ने मौके पर मौजूद मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फटकार लगाते हुए 15 दिन के भीतर सभी व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह ने अपने दो दिवसीय भ्रमण के दौरान मंगलवार को जिला चिकित्सालय पौड़ी, पीएचसी परसुंडाखाल, सीएचसी कोट, हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर डडूआ देवी और पीएचसी ल्वाली का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पीपीपी मोड में संचालित जिला चिकित्सालय की खामियां देखकर महानिदेशक बिफर पड़ी। ओपीडी रजिस्टरों में खामियों के साथ ही चिकित्सालय में तैनात सर्जन के साथ ही अन्य कर्मी अनुपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वार्ड में भर्ती मरीजों का भी हाल चाल जाना। महानिदेशक द्वारा डॉ. विजय यादव से सवाल पूछे जाने पर अभद्र तरीके से बात करने पर उनके खिलाफ चिकित्सालय प्रबंधन को कार्यवाही करने के आदेश दिए। पीपीपी मोड में संचालित जिला चिकित्सालय प्रबंधन को व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार को निर्देश दिए।
वहीं, टीबी क्लीनिक का निरीक्षण कर जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ रमेश कुमार से टीबी कार्यक्रम की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। टीबी कार्यक्रम की प्रगति पर महानिदेशक द्वारा उनकी सराहना की गई। जनसंवाद कार्यक्रम में टीबी मरीजों से बात करने के साथ ही उनके द्वारा पोषण किट भी वितरित की गई। मौके डा. अजीत जौहरी, डॉ. आदित्य तिवारी, डा. जितेंद्र भारती, विवेक घिल्डियाल, शकुंतला नेगी और चिकित्सालय के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।