देवप्रयाग। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाले सिंगटाली मोटर पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ रहा है। सरकार को चेताने के लिए 23 जनवरी को ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे जाम करने का ऐलान किया है।
उल्लेखनीय है कि स्थानीय ग्रामीण पिछले 18 साल से मोटर पुल निर्माण की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। सिंगटाली मोटर पुल संघर्ष समिति के अध्यक्ष उदय सिंह नेगी ने यहां प्रेस को जारी बयान में कहा कि 2006 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में गोदियाल ब्याज घाट मोटर मार्ग के निर्माण के साथ ही सिंगटाली में मोटर पुल ल निर्माण की स्वीकृति मिली थी, लेकिन विडंबना यह कि अभी तक मोटर पुल निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
समिति महासचिव विक्रम सिंह नेगी ने बताया कि इस मोटर पुल के निर्माण से रामनगर नैनीताल से देहरादून की दूरी लगभग 45 किलोमीटर कम होगी मोटर पुल के निर्माण से विकासखंड द्वारीखाल, यमकेश्वर, कोट, एकेश्वर, कल्जीखाल, रिखणीखाल, थलीसैंण, बीरोंखाल की जनता को लाभ मिलता। बताया कि मोटर पुल के बनने से पौड़ी जिले के सात विकासखंडों के एक हजार गांवों को लाभ मिलता।
शासन और सरकार के नुमाइंदे हर बार आश्वासन देते हैं लेकिन पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं करते, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है। समिति अध्यक्ष उदय सिंह नेगी ने कहा कि मोटर पुल निर्माण को लेकर अब आर पार के संघर्ष का ऐलान किया गया है। आंदोलन के पहले चरण में 23 जनवरी को ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना प्रदर्शन कर चक्का जाम करेंगे। यही नहीं मोटर पुल नहीं तो वोट नहीं का भी निर्णय सर्वसम्मति से लिया जाएगा।