ऋषिकेश 7 मार्च। स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन में हर साल की तरह सात दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2024 का आगाज शिवरात्रि को होगा। जबकि समापन रंगों के पर होली में किया जाएगा। अभी तक 75 देशों के 1200 से अधिक योग साधकों, जिज्ञासु पंजीकरण करा चुके हैं। महोत्सव में योग के साथ सूफी गायक कैलाश खैर और कैलाश बैंड का जादू आकर्षण का केंद्र रहेगा।
गुरुवार को परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिंदानंद सरस्वती महाराज और अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की निदेशक साध्वी भगवती सरस्वती ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि योग महोत्सव का आयोजन परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश द्वारा अतुल्य भारत, पर्यटन मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। महोत्सव का आधिकारिक उद्घाटन 9 मार्च को उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह की उपस्थिति में राजनयिकों, विभूतियों और पूज्य संतों के सान्निध्य में किया जायेगा।
बताया कि इस वर्ष भारत सहित, अफगानिस्तान, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बेल्जियम, बोस्निया और हेजेगोविना, ब्राजील, कनाडा, चिली, कोलंबिया, क्रोएशिया, साइप्रस, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, यूनान, आइसलैंड, इंडोनेशिया, इजराइल, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, लेबनान, लिथुआनिया, मालदीव, मेक्सिको, मोरक्को, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, ओमान, पैराग्वे, पेरू, फिलीपींस, पोलैंड, कतर, सिंगापुर, स्लोवाकिया, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, ताइवान, टर्की, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, उरुग्वे, वेनेजुएला, स्पेन आदि अनेक देशों के प्रतिभागी सहभाग कर रहे है।
बताया कि योग महोत्सव के दौरान, प्रतिभागियों को एक सप्ताह में 150 से अधिक कक्षायें यथा कुण्डलिनी योग, प्राणायाम, ध्यान, साउंड हीलिंग, प्राणायाम विन्यास, हठ योग, यिन योग, योग निद्रा, चक्र ध्यान के साथ सूर्यनमस्कार, मंत्र और ध्यान से चक्र उपचार, 5 मौलिक योग प्रवाह,, कुंडलिनी तंत्र योग, सार्वभौमिक सांस और फैबोनाची अनुक्रम, संगीत चिकित्सा, जीवमुक्ति योग, विन्यासक्रम योग, चक्र योग, योग दर्शन, कनेक्टिव हीलिंग, वैदिक ज्योतिष, नाद योग, नाडा योग, पारंपरिक हठ योग आदि योग की अनेक विधाओं का अभ्यास कराया जायेगा।
साथ ही ऊर्जा नृत्य, भरतनाट्यम, लोक नृत्य कलाकार, कीर्तन, मंत्र उच्चारण, बांसुरीवादन, हारमोनियम और गिटार, तानपुरा पर गायन, भारतीय शास्त्रीय संगीत गायन, नाद योगिनी आदि अन्य विधाओं का भी अभ्यास कराया जायेगा।
विख्यात आध्यात्मिक गायक पद्मश्री कैलाश खेर जी और कैलाशा बैंड, सूफी गायिका रूना रिजवी, ड्रमवादक शिवमणि आदि अन्य कलाकार अपनी अद्भुत प्रस्तुति देंगे।
शिवरात्रि के पावन अवसर पर ‘एक दुनिया, एक परिवार’ तथा ’एक चेतना एक दिव्य आत्मा’ का ध्यान व रूद्राभिषेक का दिव्य आयोजन किया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और आयुष मंत्रियों के साथ-साथ राजदूतों, राजनयिकों के महोत्सव में शामिल होने की उम्मीद है।