-14 फरवरी को यात्रा किराया में वृद्धि पर होगा फैसला ऋषिकेश। उत्तराखंड की विश्वप्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2023 तीर्थयात्रियों की जेब पर भारी पड़ सकती है। स्पेयर पार्टस, इंश्योरेंस, रोड टैक्स, टायर, ईंधन में पिछले कुछ सालों में हुई बढ़ोत्तरी के कारण चारधाम यात्रा पर बसों का संचालन करने वाले बस मालिक चारधाम यात्रा किराए में वृद्धि करने की मांग उठा रहे हैं।
14 फरवरी को चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर पुराना टिहरी बस अड्डा मार्ग पर स्थित टीजीएमओ मुख्यालय में विभिन्न परिवहन कंपनियों की बैठक में चारधाम यात्रा किराए में कितनी बढ़ोत्तरी करनी है इस पर सर्वसम्मति से मुहर लगायी जाएगी।
संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति अध्यक्ष संजय शास्त्री ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा 2023 में बाहरी प्रांतों से आने वाले तीर्थयात्रियों को पंजीकरण से लेकर वाहनों आदि की असुविधा नहीं हो, इसके लिए सरकार से व्यवस्था सुचारू बनाने की मांग की जाएगी। सीमित संसाधनों वाले तीर्थयात्रियों की उपेक्षा नहीं हो, उन्हें कॉमर्शियल वाहनों से चारधाम यात्रा पर पहले भेजा जाए। प्राइवेट वाहनों से यात्रा करने वालों को धामों में व्यवस्था के अनुरूप रवाना किया जाए। इस बार यात्री पंजीकरण स्लॉट का आवंटन स्थानीय प्रशासन को करने की मांग सरकार से की जाएगी। बीते साल स्लॉट नहीं होने से तीर्थयात्रियों की फजीहत हुई, जिसका संदेश गलत गया। इस बार व्यवस्था सुचारू रहेगी सरकार से उम्मीद है। मौके पर रूपकुंड अध्यक्ष भूपाल नेगी, टीजीएमओ उपाध्यक्ष यशपाल राणा, देवेंद्र रावत, अजय बधानी, प्रेमपाल बिष्ट, जीएमओ प्रतिनिधि नवीन तिवारी, आशुतोष तिवारी मौजूद रहे।