
देहरादून 21 मई। शिकायतकर्ताओं से सीधा संवाद सीएम ने परखी सरकारी विभागों की जवाबदेही।
पेंशन से लेकर मेडिकल बिल तक, सभी मामलों में मिला समाधान का भरोसा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सीएम हेल्पलाइन 1905 पर दर्ज शिकायतों की प्रगति का जायजा लेते हुए खुद शिकायतकर्ताओं से सीधे फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने यह जानने का प्रयास किया कि उनके पिछले निर्देशों के बाद संबंधित विभागों ने शिकायतों का समाधान किया या नहीं।
इस बातचीत के दौरान सभी शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उनकी समस्याएं अब हल हो चुकी हैं और इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।
शिकायतें सुलझीं, भरोसा बढ़ा
सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान किया जाए। बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक में अधिकारियों की उपस्थिति में शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लिया गया:
*लक्ष्मी देवी, उत्तरकाशी निवासी: पारिवारिक पेंशन अटकी हुई थी। सीएम के निर्देश के बाद स्वीकृति मिल गई।
*जगदम्बा प्रसाद नौटियाल, रुद्रप्रयाग: शिक्षा विभाग से मेडिकल बिलों का भुगतान नहीं हो रहा था। अब सभी बिल क्लियर।
*बहादुर सिंह बिष्ट, नैनीताल: उद्यान विभाग से सेवानिवृत्त, जीपीएफ अटका था। सीएम के निर्देश से समाधान मिला।
सीएम की संवेदनशीलता से बढ़ी जवाबदेही
मुख्यमंत्री सिर्फ निर्देश देकर रुक नहीं जाते, बल्कि परिणामों की भी पड़ताल करते हैं। शिकायतकर्ताओं से सीधे संवाद कर उन्होंने यह संदेश दिया कि सरकार हर नागरिक की समस्या के प्रति संवेदनशील है। इस पहल से न सिर्फ शिकायतकर्ताओं का भरोसा बढ़ा है, बल्कि सरकारी विभागों पर समय पर कार्यवाही करने का दबाव भी बना है।
बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद: प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, एडीजीपी ए.पी. अंशुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी