
देहरादून/सेलाकुई। मुख्यमंत्री उत्तराखंड के “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” विजन को मूर्त रूप देने की दिशा में दून पुलिस का जन-जागरूकता अभियान लगातार प्रभावी ढंग से आगे बढ़ रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दून के निर्देशन में थाना सेलाकुई द्वारा एक विशेष मानवीय पहल की गई।
शनिवार 19 जुलाई को सेलाकुई थाना क्षेत्र में नशे की चपेट में आए आर्थिक रूप से कमजोर एक युवक को, परिजनों के अनुरोध पर, नई रोशनी नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र, सेलाकुई में उपचार हेतु भेजा गया। परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र की फीस वहन करने में असमर्थता जताई थी, जिस पर सेलाकुई पुलिस ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए तत्काल सहायता प्रदान की। परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस के इस संवेदनशील कदम की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।
कॉलेज-हॉस्टल में चल रहा है ‘ड्रग्स फ्री कैम्पस’ मिशन, भरवा रहे कॉन्सेंट फॉर्म
SSP देहरादून अजय सिंह के निर्देशानुसार, जनपद के सभी थाना क्षेत्रों में स्कूलों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटी कैंपसों, हॉस्टलों व पीजी में रह रहे छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया जा रहा है। इसके अंतर्गत 10 हॉस्टल/पीजी का भौतिक सत्यापन किया गया। छात्रों को ड्रग्स सेवन न करने के संबंध में कॉन्सेंट फॉर्म भरवाए गए। सभी हॉस्टलों एवं पीजी में “ड्रग्स फ्री कैम्पस” संबंधित पोस्टर एवं फ्लैक्सी लगाए गए। छात्रों को ड्रग्स से संबंधित कानूनी जानकारी एवं निवारण उपायों के प्रति संवेदनशील किया गया।
सुरक्षित एवं सकारात्मक शैक्षिक वातावरण सुनिश्चित करना
दून पुलिस द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान युवाओं को नशे के जाल से बचाने के साथ-साथ समाज में नशा मुक्त वातावरण के निर्माण की दिशा में एक सशक्त प्रयास है।