
ऋषिकेश 7 अगस्त। उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन, शाखा ऋषिकेश की बैठक में गोल्डन कार्ड योजना में आ रही भारी विसंगतियों को लेकर संगठन ने कड़ा रोष व्यक्त किया। चेताया कि यदि शीघ्र ही गोल्डन कार्ड को अस्पतालों ने स्वीकार नहीं किया तो, समस्त अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक प्रांतीय नेतृत्व राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन को बाध्य होंगे।
गुरुवार को राजकीय चिकित्सालय, देहरादून रोड ऋषिकेश के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता संगठन अध्यक्ष अभिषेक नवानी ने की। बैठक में कर्मचारियों और शिक्षकों की समस्याओं पर गहन चर्चा की गई।
संगठन अध्यक्ष नवानी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वेतन से मासिक कटौती के बावजूद अधिकांश अस्पताल गोल्डन कार्ड को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। इससे न केवल ऋषिकेश, बल्कि पूरे उत्तराखंड के अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं।
शाखा सचिव थलवाल ने कहा कि सरकार एक तरफ कैशलेस चिकित्सा सुविधा की बात करती है, वहीं वास्तविकता में गोल्डन कार्ड का प्रयोग तक नहीं हो पा रहा है। संगठन संरक्षक घिल्डियाल ने पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू करने की मांग दोहराई।
बैठक में विशेष सलाहकार सुरेश सकलानी, कोषाध्यक्ष संदीप कुकरेती, संगठन मंत्री मोहन सिंह, महिला उपाध्यक्ष पूनम रावत आदि मौजूद रहे।
एसीपी लाभ और शासनादेश की मांग
ऋषिकेश। संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि कर्मचारियों को एसीपी लाभ 10, 16 और 26 वर्षों की सेवा पर समय से मिलना चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार से शीघ्र शासनादेश जारी करने की अपील की।
उपाध्यक्ष विनोद नेगी और सलाहकार आर.एस. पंवार ने सुझाव दिया कि हर माह संगठन की एक बैठक आयोजित की जानी चाहिए, जिसमें कार्मिकों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।