–आत्मनिर्भर ग्रामीण महिलाएं लोकल फॉर वोकल को दे रहीं बढ़ावा अच्छी खबर… श्यामपुर, 28 फरवरी। ऋषिकेश तहसील क्षेत्र के न्याय पंचायत श्यामपुर की ग्राम सभा के अंतर्गत गुलजार फार्म की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इन दिनों हर्बल रंगों को बनाने में जुटी हुई है। जिससे होली पर रसायन रंगों से नहीं बल्कि हर्बल रंगों से होली खेली जा सके। हर्बल रंग चुकंदर, गेंदा, टेसू के फूल, करी पत्ता, मेथी, गुलाब के पंखुड़ियों, पुदीना, तुलसी से बनाए जा रहे हैं।
अपणु पहाड़ ग्राम संगठन श्यामपुर की अध्यक्ष सोनी रावत के नेतृत्व में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा हर्बल रंग तैयार किए जा रहे। हर्बल रंग बनाने का चार दिवसीय प्रशिक्षण पेशे से हस्तशिल्पकला ईशा कलूड़ा द्वारा रंगों को बनाने से लेकर रंगों को पैकिंग करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने घर पर ही नवनिर्मित पालक, चुकंदर, गेंदा, नीम, करी पत्ता, मेथी ,टेसू के फूल, गुलाब के पंखुड़ियों, पुदीना, तुलसी से निर्मित हर्बल रंग बनाए। सभी स्वयं सहायता समूह विकासखंड डोईवाला में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत पंजीकृत हैं।
पिछले वर्ष हर्बल रंगों को लोगों ने खूब पसंद किए। इस बार हर्बल रंगों की मांग अधिक है। अभी तक 14 समूहों को निःशुल्क होली के रंग देने का प्रशिक्षण दिया है। महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ना उनकी प्रथम पहले है, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर की ओर अग्रसर हुए।
अध्यक्ष सोनी रावत ने बताया महिलाएं खुद को आत्मनिर्भर की ओर अग्रसर व लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दे रही है, महिलाओं द्वारा जो हर्बल रंग बनाये हैं ,उसे अपने ग्रामीण क्षेत्र स्टॉल लगाकर बेचेगे जिससे महिलाओं के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे, ग्रामीणों से अपील है कि लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दें।
हर्बल रंग बनाने में मंजू ममगाईं, शालिनी नेगी, उत्तरा, शांता, वीमा देवी, संतोषी, अनीता नेगी, रागिनी, मधु रावत, रचना कैंतुरा, ममता नेगी, विनीता, रोशनी, बबली, मोनिका आदि हैं।