नगर निगम सभागार में राष्ट्रीय वायु सुधार कार्यक्रम पर कार्यशाला
ऋषिकेश,25 मार्च। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी)के तहत वर्ष 2026 तक वायुमंडल में प्रदूषणकारी कणों (पार्टिकुलेट मैटर या पीएम) के स्तर में 40 प्रतिशत तक कमी लाने का नया लक्ष्य तय किया है।
शनिवार को नगर निगम ऋषिकेश के सभागार में राष्ट्रीय वायु सुधार कार्यक्रम अंतगर्त ब्लू स्काई कार्यशाला में अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने इससे पहले वर्ष 2024 तक वायुमंडल से इन कणों के प्रदूषण को 20 से 30 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य रखा था।
इस दौरान मेयर अनीता ममगाईं ने कहा कि एक स्वच्छ वातावरण एक शांतिपूर्ण और स्वस्थ जीवन जीने के लिए बहुत आवश्यक है। लेकिन, हमारी लापरवाही से पर्यावरण दिन प्रतिदिन दूषित होता जा रहा है। पर्यावरण को सहेजना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए खुद शुरुआत करनी होगी। वायु प्रदूषण के गंभीर खतरे पर उन्होंने कहा कि पर्यावरण न सिर्फ हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में हमारी मदद करता है बल्कि मानसिक रूप से भी हमें शांति प्रदान करता है, जिससे मनुष्य जीवन काल की अवधि बढ़ जाती है लिहाजा प्रत्येक मनुष्य पर्यावरण संरक्षण को अपना मिशन बनाए।ऐसा करके ही वायु प्रदूषण को भी नियंत्रित किया जा सकता है। कार्यशाला में पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से प्रशांत राय एवं दून विश्वविद्यालय से पर्यावरण सलाहकार डॉ विजय श्रीधर ने बताया कि किस प्रकार सहयोगी विभागों के साथ मिलकर हवा की गुणवत्ता में सुधार तथा पर्यावरण संरक्षण का कार्य किया जा सकता है।
मौके पर सहायक नगर आयुक्त चन्द्रकान्त भट्ट, आरटीओ विभाग टीटीओ अनिल कुमार,पर्यावरण विद विनोद जुगलान, पीडब्ल्यूडी विभाग से एई कुणाल सिंह, एचडीओ सिंचाई विभाग अनुभव नौटियाल, धर्म सिंह ,गुरमीत सिंह, अभिषेक मल्होत्रा, सुभाष सेमवाल, पल्लवी पांडे, राघव शर्मा, पार्षद विजय बडोनी मनीष शर्मा देवेंद्र प्रजापति आदि मौजूद रहे।