वार्डों के विकास कार्य में भेदभाव का आरोप लगाते हुए भड़के पार्षद
ऋषिकेश, 11 अप्रैल। नगर निगम ऋषिकेश की बजट 2023-24 पारित करने को लेकर आयोजित बैठक हंगामेदार रही। पार्षदों ने वार्ड में विकास कार्यों पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए तीखी नोकझोंक की। आरोप लगाया कि पिछले साढ़े 4 साल के कार्यकाल में कई वार्ड में एक भी विकास कार्य नहीं हुआ।
मंगलवार को नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में मेयर अनीता ममगाईं की अध्यक्षता में आयोजित बोर्ड बैठक में बजट पर चर्चा शुरू होने से पहले ही कांग्रेसी पार्षद राकेश सिंह मियां, राधा रमोला, जगत सिंह नेगी और देवेंद्र प्रजापति ने पूर्व की बैठक में उनके बालों में विकास कार्य संबंधित दिए गए प्रस्ताव पर क्या कार्रवाई हुई इस पर जवाब मांगा जिसको लेकर बैठक हंगामेदार हो गई।
कुछ पार्षदों ने विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप लगाया जिस पर पार्षद विजय बडोनी और पार्षद विकास तेवतिया में तीखी नोकझोंक होने से हंगामा होने पर पार्षदों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। यही नहीं 40 वार्डों में से 15 वार्डों के लिए बजट स्वीकृत होने पर भी पार्षदों ने निगम अधिकारियों पर शासन से बजट नहीं लाने में लापरवाही के आरोप लगाए।
नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल स्पष्ट किया कि अवस्थापना निधि से 2 करोड 14 लाख 11 का बजट स्वीकृत हुआ है अन्य वार्डों के विकास कार्यों के लिए करीब 6 करोड का बजट और आना है। नगर निगम में शामिल नए वार्ड नो की संपत्ति को अभिलेखों में दर्ज करने का मुद्दा भी उठा।
मौके पर सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत, सहायक अभियंता दिनेश उनियाल, कर अधीक्षक भारती सिंह, पार्षद मनीष शर्मा, अनीता रैना, विपिन पंत, गुरविंदर सिंह, शिव कुमार गौतम, राजेंद्र बिष्ट, लव कांबोज, तनु तेवतिया, विजयलक्ष्मी रावत, रीना शर्मा, अजीत सिंह, मनीष बनवाल, विजयलक्ष्मी शर्मा, शकुंतला शर्मा, जयेश राणा, भगवान सिंह पंवार आदि मौजूद रहे।