पंचगव्य के आचमन के बाद ही धार्मिक स्थलों में दिया जाए प्रवेश -केशव स्वरूप
ऋषिकेश,15 अप्रैल। भैरव सेना देवभूमि भैरव वाहिनी की 9 अप्रैल से प्रारंभ हुई सात दिवसीय पंचगव्य शुद्धिकरण अभियान यात्रा शनिवार को प्रात: त्रिवेणी घाट में हवन पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न हुई। पूर्णाहुति में भैरव सेना, षड्दर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति तथा गंगा सभा समिति त्रिवेणी घाट ऋषिकेश के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
भैरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री ने बताया कि सात दिवसीय पंचगव्य शुद्धिकरण अभियान यात्रा के पड़ाव यमुनोत्री धाम, हनुमान चट्टी, जानकी चट्टी, गंगोत्री धाम, उत्तरकाशी महाकाल विश्वनाथ मंदिर, चौरंगीनाथ, धारी देवी, रुद्रप्रयाग कोटेश्वर महादेव, रूद्रनाथ, गौरीकुंड, त्रिजुगी नारायण, गुप्तकाशी महाकाल, अर्द्धनारीश्वर, शीतकालीन केदारनाथ ऊखीमठ, मग्गूमठ्ठ, तुंगनाथ, अनुसूइया देवी, गोपीनाथ, जोशीमठ शीतकालीन बद्रीनाथ धाम, नृसिंह मंदिर, कर्णप्रयाग, श्रीनगर, देवप्रयाग, ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न हुआ। इस दौरान यात्रा मार्ग में पड़ने वाले समस्त तीर्थ, पंच प्रयाग, सिद्धपीठ-शक्तिपीठ पंचगव्य शुद्धिकरण यात्रा के मुख्य पड़ाव रहे।
केंद्रीय अध्यक्ष का कहना था कि जब वेटिकन सिटी में गैर-ईसाई, मक्का-मदीना में गैर-इस्लामिक प्रतिबंधित हैं, तो हिन्दूओं के विश्व स्तरीय तीर्थ धामों में गैर हिन्दूओं का प्रवेश भी कम से कम 51 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रतिबंधित होना चाहिए। केशव स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि अवैध धार्मिक घुसपैठ रोकने में पंचगव्य का आचमन अनिवार्य किये जाने का उपाय कारगर होगा। जिसकी मांग संगठन विगत कई वर्षों से तीर्थ बचाओ अभियान के अंतर्गत जन चेतना के माध्यम से कर रहा है। बताया कि सभी तीर्थ धाम के महंत अध्यक्ष एवं सदस्यों के प्रधानमंत्री के नाम बने मांग पत्र पर सहमति हस्ताक्षर करवा कर पंचगव्य आचमन सभी तीर्थों में अनिवार्य हो का शासनादेश के लिए मांग की।
इस अवसर पर षड्दर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत गोपाल गिरी, गंगा सभा ऋषिकेश के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल शर्मा, यात्रा संयोजक प्रदेश मीडिया प्रभारी करण शर्मा, व्यवस्थापक प्रदेश कोषाध्यक्ष संजय पंवार, प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण बुटोला, प्रदीप नगवाल, आचार्य धीरेन्द्र पंत सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने पूर्णाहुति में शामिल रहे।