देहरादून। मंजूरी के बाद भी अधर में लटका गढ़वाल और कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाला सिंगटाली मोटर पुल जल्द बनेगा। स्थान वही है जो पहले से निर्धारित है। मोटर पुल निर्माण को लेकर सिंगटाली मोटर पुल संघर्ष समिति लंबे समय से संघर्ष कर रही है।
देहरादून स्थित आवास पर सिंगटाली मोटर पुल संघर्ष समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड के लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात कर शीघ्र सिंगटाली मोटर पुल का निर्माण और अप्रोच रोड कार्य शुरू करने की मांग रखी।
लोनिवि मंत्री ने मौके पर संबंधित विभाग को अप्रोच सड़क का कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। मंत्री सतपाल महाराज ने संघर्ष समिति को बताया कि पुल की जल्द डीपीआर तैयार कर केंद्रीय सड़क फंड (सीआरएफ) को वित्त पोषण लिए लिए प्रस्तावित किया जाएगा। मुलाकात करने वालों में समिति अध्यक्ष उदय सिंह नेगी, महामंत्री विक्रम नेगी, उपाध्यक्ष देवेंद्र मैठाणी, राजीव बिष्ट, जगमोहन नेगी, प्रशांत मैठाणी, शिवदयाल नेगी, सुनील, गिरीश बड़थ्वाल, स्वयंवर, हर्ष, धनवीर आदि मौजूद रहे।
2006 में मिली थी सिंगटाली पुल को मंजूरी
देहरादून। पौड़ी गढ़वाल अंतर्गत कौड़ियाला ब्यास घाट मोटर मार्ग पर वर्ष 2006 में सिंगटाली पुल की स्वीकृति प्रदान की गई थी। साथ ही व्यास घाट से कौड़ियाला तक मोटर मार्ग को वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई थी। लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। अब गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ने वाला सिंगटाली मोटर पुल का निर्माण पूर्व निर्धारित स्थान पर ही होगा।
मोटर पुल का डिजाइन और डीपीआर तैयार करने के निर्देश
114 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला पुल गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों को जोड़ेगा। पूर्व में पुल निर्माण की कार्यदायी संस्था विश्व बैंक थी, उसके इसके बाद अधिशासी अभियंता निर्माण खंड पीडब्ल्यूडी श्रीनगर को बनाया गया। मंत्री ने कहा कि मोटर पुल के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देश दिया गया कि मोटर पुल के लिए डिजाइन और डीपीआर तैयार करें।