ऋषिकेश, 14 जुलाई। कोतवाली अंतर्गत 1 दिन पहले गुरुवार शाम श्यामपुर हाट बाजार के पास स्थानीय युवक की चेन छीनकर फरार हुए दो शातिर लुटेरों को पुलिस ने धर दबोचा है। हैरत की बात यह है कि जिस बाइक पर सवार होकर चैन स्नैचिंग की वारदात को अंजाम दिया वह बाइक भी दिल्ली से चोरी की गई थी। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर बड़ी वारदात का खुलासा किया है।
कोतवाली पुलिस के 13 जुलाई गुरुवार देर शाम रमेश पुत्र श्रीचंद निवासी अमित ग्राम गुमानीवाला गली नंबर 13 ऋषिकेश ने श्यामपुर चौकी पुलिस लिखित तहरीर देकर बताया कि वह गुरुवार शाम स्कूटी से पत्नी के साथ हाट बाजार श्यामपुर के पास सामान लेने आया था। पत्नी सामान खरीदने के लिए दुकान में गई और वे अपनी पत्नी का इंतजार करने के लिए स्कूटी पर सड़क किनारे खड़ा हो गया। बताया कि इसी बीच पीछे की तरफ से बाइक से तेज रफ्तार में आए युवकों ने उनके गले से सोने की चेन झपट ली। अप्रत्याशित घटना पर जब तक वे शोर मचाते बाइक सवार मौके से फरार हो गए। पहल के आधार पर पुलिस ने तत्काल लूट का अभियोग पंजीकृत कर विवेचना शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास मार्गो पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। साथ ही पूर्व में हो चुकी चेन स्नैचिंग की घटनाओं में लिप्त आरोपियों के बारे में जानकारी लेकर भौतिक सत्यापन किया। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध नजर आए बाइक सवार युवकों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम गठित कर सघन चेकिंग अभियान चलाया।
शुक्रवार को मामले में उस वक्त सफलता मिली जब भट्टोवाला तिराहा पर चेकिंग के दौरान बाइक सवार दो संदिग्धों को पकड़ा। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल DL11P8007 के साथ गिरफ्तार कर लूटी गई चेन बरामद की गई। पुलिस ने आरोपियों की पहचान विशाल पुत्र विजय, सागर पुत्र हीरालाल निवासी आर-676 मंगोलपुरी थाना मंगोलपुरी दिल्ली के रूप में कराई है। कोतवाल के आर पांडेय ने बताया कि चैन स्नैचिंग की घटना में प्रयुक्त बाइक लुटेरों ने 11 जुलाई को दिल्ली से चोरी की थी। बाइक स्वामी की ओर से दिल्ली संबंधित थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
दिल्ली से ही आए थे लूट का प्लान बनाकर
ऋषिकेश। चैन स्नैचिंग लूट में हत्थे चढ़े शातिर लुटेरों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि प्लान बनाकर दिल्ली से एक मोटरसाइकिल चोरी की गई। दिल्ली से ऋषिकेश के लिए रवाना हुए। श्यामपुर पहुंचे तो एक आदमी स्कूटी पर बैठा हुआ था जिसके गले में हमें सोने की चैन दिखाई दी, उसे झपट कर भाग निकले। रात भर एक जगह पर कांवड़ियों के बीच जाकर छुप गए। सोचा कि कांवड़ियों के बीच ही हम पुलिस से बचते हुए दिल्ली वापस भाग जाएंगे।