देहरादून में संपन्न स्वास्थ्य चिंतन शिविर के निर्णयों की दी जानकारी
ऋषिकेश। उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने एम्स के अधिकारियों के साथ बैठक की और हाल ही में देहरादून में संपन्न हुए स्वास्थ्य चिंतन शिविर के निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने काला ज्वर मुक्त भारत और एनीमिया मुक्त भारत बनाने के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय को भी लक्ष्य सौंपे हैं। इसके अन्तर्गत राज्य के प्रत्येक मेडिकल काॅलेज को कुछ जनपद सौंपे जाने हैं। जिसके तहत हरिद्वार जनपद की जिम्मेदारी लेने के लिए उन्होंने एम्स से अपेक्षा जताई। यह भी कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य को एम्स ऋषिकेश से बहुत अपेक्षाएं हैं। ऐसे में एम्स को चाहिए कि स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से वह अगले 25 वर्षों का रोडमैप तैयार करे। कहा कि राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के छात्र- छात्राओं को लाभ मिले इसके लिए ई-ग्रंथालय की स्थापना तथा फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम तैयार किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने एम्स के सहयोग और इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता बताई। डाॅ. रावत ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) की सूची में देश के सभी एम्स संस्थानों में एम्स ऋषिकेश को चौथा स्थान मिलने पर राज्य के लिए गौरव की बात कही।
मौके पर एम्स की कार्यकारी निदेशक डॉ. मीनू सिंह, डीन एकेडेमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुुमार मित्तल, उप निदेशक (प्रशासन) कर्नल राकेश कुमार, रजिस्ट्रार राजीव चौधरी, विधि अधिकारी प्रदीप चन्द्र पाण्डेय, अधीक्षण अभियंता ले. कर्नल राजेश जुयाल, प्रशासनिक अधिकारी गौरव बडोला, काॅलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो. स्मृति अरोड़ा, नगर निगम मेयर अनीता ममगाईं, डाॅ. विनोद कुमार, डाॅ. अनीसा आतिफ आदि मौजूद रहे। इससे पहले कैबिनेट मंत्री ने एम्स परिसर में चंपा का पौधा रूप का हरेला पर्व मनाया इस दौरान 100 से अधिक पौधे रोपे गए।