15 संदिग्ध बैंक खाते फ्रीज, 03 फर्जी वेबसाइट व 05 फ्रॉड मोबाईल नम्बर करवाये गये ब्लॉक
पौड़ी/ऋषिकेश। स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन कमरा बुक कर लाखों की ठगी करने वाले शातिर ठग को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। उसके पास से चार एटीएम, एक मोबाइल और 55 हजार की नकदी बरामद की है। मामले में परमार्थ निकेतन के प्रबंधक ने करीब 3 महीने पहले लक्ष्मणझूला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
स्वामी सुखदेवानन्द, ट्रस्ट परमार्थ निकेतन के प्रबंधक रामानंद तिवारी ने 15 अप्रैल 2023 को थाना लक्ष्मणझूला में शिकायत दर्ज कराई थी कि परमार्थ निकेतन की फर्जी वेबसाइट बनाकर कोई कमरे की ऑनलाइन बुकिंग कर लोगों से धोखाधड़ी कर रहा है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे ने उक्त धोखाधड़ी के आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए टीम गठित करने के निर्देश दिए। जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर चन्द्र सुयाल के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन वैभव सैनी के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला विनोद गोसाई, प्रभारी सीआईयू व प्रभारी साइबर सेल के नेतृत्व में गठित पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जालसाज द्वारा ऑनलाइन बुकिंग के लिए उपलब्ध कराए गए मोबाइल नम्बर व दिए गए फर्जी अकाउन्ट नम्बरों की जांच की गई, जिसमें आरोपी द्वारा फर्जी अकाउन्ट नम्बरों पर कई व्यक्तियों व श्रद्धालुओं से कमरे बुक कराये जाने के नाम पर पैसे जमा कर धोखाधड़ी की गयी। जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी कर रही थी।
पुलिस टीम द्वारा राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली आदि स्थानों पर जाकर बैंकों के एटीएम चैक किये गये तथा बैंकों से की गई ट्रांजैक्शन के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू की गई। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम उक्त स्थानों के एचडीएफसी बैंक आनंद लोक साउथ दिल्ली के एटीएम पर एक संदिग्ध व्यक्ति धनराशि निकालता हुआ दिखाई दिया, व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए गए। गठित टीम को 26 जुलाई उसमें सफलता मिली जब जामिया मिलिया दिल्ली से आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान यूनुस (27) पुत्र इलियास निवासी ग्राम जुरहेरी, थाना-जुरहरा, भरतपुर, राजस्थान, हाल निवास मस्जिद मोठ, सादिक नगर, दिल्ली के रूप में कराई है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी को न्यायालय में पेश कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। साथ ही अभियोग उपरोक्त में संलिप्त अन्य वांछित अभियुक्तों के विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को 10,000 रुपए काका नगद पारितोषिक प्रदान करने की घोषणा की है।
आरोपी ने 10 दिन में किया 35 लाख का ट्रांजैक्शन
लक्ष्मणझूला पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान अभियुक्त द्वारा अभी तक विभिन्न बैंकों के 7 बैंक खातों का प्रयोग कर इसी तरह धोखाधड़ी किया जाना प्रकाश में आया है। महज 10 दिन में लगभग 35 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया, जिस पर पौड़ी पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही कर उपरोक्त बैंक खातों सहित अन्य 15 बैंक खातों को संदिग्ध लेनदेन के मध्यनजर फ्रीज कराया गया है।
साथ ही साइबर सेल द्वारा उपरोक्त प्रकार की 03 फर्जी वेबसाइट व 05 फ्रॉड मोबाईल नंबरों को ब्लॉक करवाने की कार्यवाही की गई है।
यह रहे पुलिस टीम में
निरीक्षक प्रभारी CIU मोहम्मद अकरम, उपनिरीक्षक साइबर सेल जयपाल चौहान, उपनिरीक्षक राज विक्रम सिंह, मुख्य आरक्षी महेन्द्र रावत, आरक्षी अमरजीत, हरीश