ऋषिकेश, 29 जुलाई। एम्स ऋषिकेश में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ 31 जुलाई से 2 अगस्त तक काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। 3 अगस्त को एम्स परिसर में आक्रोश रैली निकालेंगे। आंदोलन की राह पर चलें नर्सेज का आरोप है कि उनका कार्य अटेंडेंट से कराया जा रहा है, जिससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है
एम्स नर्सिंग स्टाफ का आरोप है कि एम्स ऋषिकेश प्रसाशन द्वारा एम्स ऋषिकेश में कार्यरत नर्सेज को मूलभूत सुविधाओं से महरूम कर उनके आत्मसम्मान को तार तार किया जा रहा है। नर्सिंग प्रोफेशनल डेवलपमेंट एसोसिएशन एम्स ऋषिकेश के संजीव जांगिड़ ने आरोप लगाया कि रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष की हठधर्मिता के चलते रेडियो राजस्व विभाग में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को प्रोसीजर रूम से बाहर निकालकर शौचालय के बाहर बैठकर मरीज से सम्बन्धित कार्य करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जब नर्सेज ने इसका विरोध किया तो उन्होने नर्सेज को अल्ट्रासाउण्ड रूम से हटाकर उनकी जगह Hospital Attardant को रखने की शिफारिस चिकित्सा अधीक्षक को प्रेषित कर दी। जबकि इन्ही विभागाध्यक्ष ने चिकित्सा अधीक्षक से नवम्बर 2022 मे नर्सिंग स्टाफ की कमी बताकर और नर्सेज देने की चिट्टी भेजी एव उस आधार पर नर्सेज की पोस्टिंग वहां की गई।
एसोसिएशन महासचिव दिनेश लुहार ने नर्सेज का कार्य हॉस्पिटल अटेंडेंट से कराए जाने का कड़ा विरोध जताते हुए आरोप लगाया कि चिकित्सा अधीक्षक ने नियमों को तार-तार करते हुए रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष का साथ दिया और नर्सेज को कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। नर्सेज को हटाकर उनकी जगह Hospital attendant से काम करवाया जाना कहीं भी तर्कसंगत नहीं है। निदेशक के आदेश को भी दरकिनार किया जा रहा है।
एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा कि अस्पताल के मुखिया होने के बावजूद चिकित्सा अधीक्षक यह भूल गये कि किसी भी अस्पताल मे नर्सेज ही रीढ़ की हड्डी होती है, जिससे ऐसा लगता है कि चिकित्सा अधीक्षक संस्थान मे कार्यरत नर्सेज एवं प्रसाशन के मध्य सोहार्दपूर्ण वातावरण को बनाये नहीं रखना चाहते है, जिससे एम्स मे कार्यरत नर्सेज मे भारी रोष व्याप्त है। मनमाने रवैए के विरोध में आंदोलन का निर्णय लिया है इसकी सूचना निदेशक को दे दी गई है। बताया कि 31 जुलाई से 2 अगस्त तक काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज किया जाएगा। 3 अगस्त को आक्रोश रैली निकालेंगे। तब भी एम्स प्रसाशन ने नर्सेज की उपरोक्त मांग के साथ लम्बे समय से लंबित मांगो आवास, पदोन्नति, प्राईवेट रूम सुविधा, दीवाली बोनस, जॉब डिस्क्रीपसन दिल्ली एम्स के अनुरूप आदि को ठुकराया जाता है तो सभी नर्सेज उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। आन्दोलन की राह पकड़ लेंगें एवं इन सबकी जिम्मेदारी एम्स प्रसाशन की होगी।