देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से जगह जगह भूस्खलन और जलभराव की घटनाएं सामने आ रही है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने बाहरी प्रांतों से चार धाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर सोमवार से उत्तराखंड की विश्वप्रसिद्ध चार धाम यात्रा पर रोक रोक दी है। यानी कि अब ऋषिकेश और हरिद्वार तक पहुंच चुके तीर्थयात्री आगे चार धाम यात्रा पर नहीं जा सकेंगे।
उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण उत्तराखण्ड सचिवालय, देहरादून की ओर से जारी आदेश में 14 अगस्त से 15 अगस्त तक चार धाम यात्रा पर रोक लगाई गई है।
हवाला दिया कि विगत दिनों से राज्य में हो रही अतिवृष्टि के कारण नदी-नालों द्वारा किये जा रहे कटाव व भू-स्खलन के कारण यातायात बाधित हुआ है, जिसके कारण चार धाम यात्रा पर आये श्रद्धालु एवं स्थानीय व्यक्तियों को अनेकों कठिनाईयों का समाना करना पड़ा है।
सचिव डॉ रंजीत कुमार सिंहा की ओर से जारी आदेश में मौसम विज्ञान विभाग के Red Alert के क्रम में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना तथा श्रृद्धालुओं को होने वाली कठिनाईयों की रोकथाम हेतु आपदा प्रबन्धन अधिनियम, 2005 की धारा 24 (a) व (b) के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये चार धाम यात्रा पर दिनांक 14 15 अगस्त, 2023 तक रोक लगायी जाती है।
उक्त अवधि में स्थानीय प्रशासन चार धाम यात्रा पर आये श्रद्धालुओं के लिये उपयुक्त स्थानों पर अस्थाई व्यवस्था करते हुये उपरोक्त आदेश का अनुपालन तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित करे।