ऋषिकेश, 11 सितंबर। उत्तराखंड क्रांति दल से अलग हुए वरिष्ठ नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी बनाई है। जो उत्तराखंड में आगामी नगर निकाय, छात्र संघ और लोकसभा चुनाव के मैदान में अपने प्रतिनिधियों को उतारेगी।
सोमवार को आईएसबीटी स्थित ऋषिकेश प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुखातिब हुए राष्ट्रीय रीजनल पार्टी के संस्थापक शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया कि उत्तराखंड नवनिर्माण के लिए नई राजनीतिक पार्टी का गठन किया गया है, जो जनता के सरोकारों से जुड़े मुद्दे को लेकर संघर्ष करेगी। उन्होंने बताया कि देश के प्रत्येक राज्य में क्षेत्रीय दल विपक्ष की अहम भूमिका में है, जबकि उत्तराखंड में क्षेत्रीय दल ढुलमूल नीति के चलते हाशिए पर है। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के राष्ट्रीय दल उत्तराखंड में हर समय चुनावी मोड में ही रहते हैं, जिससे राज्य की जनता को उनके संसाधन और अधिकार नहीं मिला है। देश के नौ पहाड़ी राज्यों में सशक्त भू कानून है, लेकिन उत्तराखंड में नहीं है। इसके कारण यहां बाहरी लोगों का अतिक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते उत्तराखंडियों का रोजगार नहीं मिल रहा है और अधिकारों का भी हनन हो रहा है। दुर्भाग्य की बात है कि टिहरी बांध पर भी उत्तराखंड का पूर्ण स्वामित्व नहीं है। क्षेत्रीय दल को मजबूत कर राज्य की जनता को उनके संसाधन और अधिकार दिलाने का काम राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी करेगी।
पार्टी के नए सदस्यों का स्वागत किया गया
ऋषिकेश। हाल ही में अस्तित्व में आए नए राजनीतिक दल राष्ट्रीय रीजनल पार्टी की सदस्यता लेने वाले महावीर कुमाई, भरत राणा, रमेश उनियाल, कैप्टन प्रदीप उनियाल, कमल राणा, यशोदा सेमवाल, कलावती, राखी नौटियाल, सचिन कल, करण नेगी, सोहन राणा, बलबीर सिंह नेगी, उपेंद्र सकलानी, मनोरमा चमोली, गुलाब सिंह रावत का माल्यार्पण कर पार्टी संस्थापक शिव प्रसाद सेमवाल ने स्वागत किया। सेमवाल ने बताया राज्य के 13 जिलों में से नौ जिलों में पार्टी की यूनिट तैयार कर दी गई है संगठन का विस्तार होना बाकी है।