श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों से हुए एनकाउंटर में सेना के कर्नल समेत तीन जांबाज शहीद हो गए। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए- तैयबा से जुड़े प्रतिबंधित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है।
सेना के अधिकारियों के मुताबिक अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में बुधवार सुबह मुठभेड़ हुई। आतंकियों की घेराबंदी करते हुए 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग अफसर चंडीगढ़ निवासी कर्नल मनप्रीत सिंह, पानीपत के मेजर आशीष धौनक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) त्राल के हुमायूं भट शहीद हो गए।
कर्नल मनप्रीत टीम का नेतृत्व कर रहे थे। आतंकियों और सुरक्षाबलों में मुठभेड़ मंगलवार शाम शुरू हुई। बुधवार सुबह सूचना मिली कि आतंकी पास के इलाके में छिपे हैं। इसके बाद कर्नल मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन दोबारा शुरू हुआ। इसी दौरान आतंकियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इसमें कर्नल मनप्रीत के साथ मेजर आशीष और डीएसपी हुमायूं गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
गोलीबारी की सूचना मिलने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह मौके पर पहुंचे। अफसरों ने इलाके की घेराबंदी करने का आदेश दिया है। सुरक्षाबलों की टीम आतंकियों की तलाश में जुटी है। डीएसपी भट की दो महीने की बेटी है। उनके पिता हसन भट पुलिस आईजी से सेवानिवृत्त हुए हैं। शहादत पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आदि नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
सेना ने राजौरी में एक आतंकी को ढेर किया
राजौरी में बुधवार को मुठभेड़ में सेना ने एक आतंकी को मार गिराया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बताया राजौरी से 75 किलोमीटर दूर इलाके के चारों ओर पूरी रात घेराबंदी की और सुबह आसपास के इलाकों में तलाशी बढ़ा दी गई।