डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए संत निरंकारी मिशन ने की पहल
ऋषिकेश 24 सितंबर। रक्त नाड़ियों में बहे, नालियों में नहीं इस प्रेरणादायक मंत्र के साथ संत निरंकारी मिशन ब्रांच ऋषिकेश में सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज की प्रेरणा से चारों ओर डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मानवता की सेवा के लिए आयोजित एक दिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में दूसरों का जीवन बचाने के लिए 202 महादानियों ने रक्तदान किया।
रविवार को सोमेश्वर मंदिर मार्ग स्थित संत निरंकारी मिशन भवन में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (SNCF) के माध्यम से आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का उद्घाटन शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और मिशन के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने संयुक्त रूप से रिबन काटकर किया। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि संत निरंकारी रक्तदान के क्षेत्र में मानवता की सेवा को सदैव अग्रणी रहा है। बाबा हरदेव सिंह का महावाक्य मानव की सेवा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि बीमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रत्येक इंसान को रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान को महादान बताकर ऐसे शिविर को समाज की आवश्यकता बताया।
जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने कहा कि एक यूनिट ब्लड से 3 व्यक्तियों को जीवनदान दिया जा सकता है। 18 से 65 वर्ष के स्वस्थ्य व्यक्ति हर 3 महीने के बाद रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से हमारे शरीर में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होती है। कहा कि निरंकारी मिशन पूरे उत्तराखंड में समय-समय पर अलग-अलग ब्रांचो में रक्तदान शिविर लगाकर मानवता की यह सेवा निरंतर करता आ रहा है। शिविर में ब्रांच के सेवादल, SNCF तथा साध संगत के 382 वालेंटियर्स ने रक्तदान के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया। शिविर में 202 यूनिट रक्तदान किया गया। जिसमें 102 यूनिट ब्लड एम्स अस्पताल एवं 100 यूनिट ब्लड हिमालयन अस्पताल, जोलीग्रांट को दिया गया। पैथोलॉजी जांच रिपोर्ट में अयोग्य होने पर 180 वॉलिंटियर रक्तदान से वंचित रह गए।
मिशन की ओर से रक्तदान के क्षेत्र में कार्य करने वाली अग्रणी संस्थाओं जिसमें पंजाबी महासभा, ब्रह्म कुमारी, लायंस क्लब देवभूमि, ईरा चेतना एवं समाजोत्थान संस्थान, पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट, डॉ अमित अग्रवाल आदि को सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष सुमित पंवार, पार्षद शिवकुमार गौतम, जिला मंत्री दिनेश सती, क्षेत्रीय संचालक, ब्रांच संचालक, ज्ञान प्रचारक, सेवादल एवं एस.एन.सी.एफ. अधिकारी और साथ संगत के सैकड़ो वालंटियर उपस्थित रहे।