ऋषिकेश 28 अक्टूबर। विश्व शांति सद्भावना समिति एवं समग्र धर्म प्राण जनार्दन समिति की ओर से तीर्थनगरी ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर विश्व कल्याण, सामाजिक समरसता की कामना और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन 29 अक्टूबर रविवार से किया जाएगा।
शनिवार को बीटीसी स्थित ऋषिकेश प्रेस क्लब सभागार में प्रख्यात कथावाचक संत डा. दुर्गेश महाराज तथा समिति के पदाधिकारी पत्रकारों से रूबरू हुए। कथावाचक संत दुर्गेश महाराज ने 29 अक्टूबर रविवार से शुरू हो रही श्री शिव महापुराण कथा कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि त्रिवेणी घाट गंगा तट पर गणेश पूजन तथा कलश यात्रा के साथ श्री शिव महापुराण कथा का आरंभ होगी। आठ नवंबर तक चलने वाली श्री शिव महापुराण कथा में उमा-महेश्वर याग (पार्थेश्वर पूजन) भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस यज्ञ का मुख्य उद्देश्य विश्व व्यापी कोरोना महामारी डेंगू तथा दैवीय आपदाओं में दिवंगत हुए व्यक्तियों की आत्म शांति के लिए प्रार्थना करना है। इसके अलावा प्रदेश व राष्ट्र की समृद्धि, सनातन संस्कृति की रक्षा, संस्कार तथा पर्यावरण के संरक्षण का संदेश भी इस कथा यज्ञ के माध्यम से दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक कथा प्रवचन होंगे।
आठ नवंबर को हवन पूर्णाहुति के साथ कथा यज्ञ का समापन होगा। कथावाचक संत डॉ दुर्गेश आचार्य ने भारतीय और सनातन संस्कृति पर हावी हो रहे पश्चिमीकरण पर चिंता जताई। इस अवसर पर आचार्य रमेश चंद्र पैन्यूली, स्वरूप सिंह खारोला, राम सिंह नेगी, सरला नेगी, सरल भट्ट, मोहिनी देवरानी, रमेश चमोली, रश्मि बर्तवाल, विरोजनी भट्ट, सुमित्रा पंत, नरेश बिष्ट, जयवीर सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।