श्यामपुर 3 अप्रैल। चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणीय निर्मल आश्रम परिवार के निर्मलदीप ज्ञान दान अकादमी और निर्मल आई इंस्टीट्यूट के सालाना स्थापना दिवस पर आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 102 महादानियों ने ब्लड डोनेट किया। इस मौके पर निर्मल आश्रम के महंत राम सिंह महाराज ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को जीते जीते रक्तदान एवं मरणोंपरांत नेत्रदान का संकल्प लेना चाहिए।मानव सेवा से बढ़कर दुनिया में कोई कार्य नहीं है।
बुधवार को खैरी कला स्थित निर्मल आश्रम आई इंस्टीट्यूट में 14वें स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का शुभारंभ निर्मल आश्रम के महंत राम सिंह महाराज ने रिबन काटकर किया। रक्तदान शिविर में ब्लड डोनेट करने को लेकर हर उम्र के लोग उत्साहित नजर आए। आवश्यक पैथोलॉजी जांच के बाद ब्लड डोनेट किया। इस दौरान निर्मल आश्रम के संत जोध सिंह महाराज ने चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में निर्मल आश्रम की ओर से कराए जा रहे जन कल्याणकारी कार्यों को जारी रखने की बात कही। आश्रम प्रबंधक हरमनप्रीत सिंह ने बताया कि संस्था द्वारा साल में दो बार रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है और इस कड़ी में यह 14वां स्वैच्छिक रक्तदान शिविर है। बताया कि 102 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया है। सालाना स्थापना दिवस पर तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन परिवर्तन ब्लड बैंक के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
मौके पर डा. अजय शर्मा, करमजीत सिंह, अजय शर्मा, आत्मप्रकाश, ललिता कृष्णमूर्ति, डा. सुनीता शर्मा, अमृतपाल डंग, डा. इंदू शर्मा, संदीप चौधरी, अमन कुमार, डा. राहुल नेगी, अनिल किंगर आदि मौजूद रहे।
दूसरों का जीवन बचाने आए 102 महादानी! एनजीओ और एनईआई की स्थापना दिवस पर रक्तदान शिविर
