ऋषिकेश। सरस्वती विद्या मंदिर के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य और शिक्षक आगामी लोकसभा चुनाव में ग्रेच्युटी को हथियार बनाएंगे। इसके लिए प्रदेश भर में ग्रेच्युटी भुगतान से वंचित सेवानिवृत्त शिक्षकों से संपर्क कर जल्द एक प्रदेशस्तरीय समिति गठित की जाएगी।
शनिवार को पुराना बस अड्डा मार्ग स्थित एक आश्रम में पत्रकारवार्ता के दौरान सरस्वती विद्या मंदिर से सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य समर बहादुर सिंह चौहान, गिरीश शर्मा और सरोज गुप्ता ने संयुक्त रुप से बताया कि सेवानिवृत्त के छह साल बाद भी उन्हें ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं किया गया है। भुगतान नहीं मिलने से नाराज कुछ सेवानिवृत्त शिक्षक हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट गए थे।
सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य चौहान ने बताया कि हाईकोर्ट के साथ सुप्रीम कोर्ट ने उनके पक्ष में 29 अगस्त 2022 को निर्णय सुनाया और विद्या मंदिर समिति को ग्रेच्युटी का भुगतान करने का निर्देश भी दिया। हैरत की बात यह कि कोर्ट के आदेश के बाद भी ग्रेच्युटी से वंचित हैं।
बताया कि पूर्व प्रधानाचार्य और शिक्षक अपनी समस्या के समाधान कई बार सरस्वती विद्या मंदिर की प्रबंधकीय समिति से वार्ता कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। प्रबंधकीय समिति के रवैये से नाराज पूर्व प्रधानाचार्य और शिक्षक आंदोलन के मूड में हैं। प्रदेश भर में सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य और शिक्षकों को एकजुट कर समिति बनाएंगे, ताकी आंदोलन को रफ्तार मिल सके। आगामी लोकसभा चुनाव में ग्रेच्युटी भुगतान को मुद्दा बनाकर पूरे उत्तराखंड में जनजागरण अभियान चलाएंगे। समस्या का समाधान नहीं हुआ तो दोबारा सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।